रुद्राक्ष पहनने से पहले जान लें ये नियम, वरना फायदे की जगह होगा भारी नुकसान
ये तो सब जानते है कि रुद्राक्ष को भगवान् शिव का ही अंश माना जाता है और रुद्राक्ष पहनने के कई फायदे भी होते है। इसके इलावा रुद्राक्ष भगवान् शिव का अंश है, तो ऐसे में भोलेनाथ का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहता है। हालांकि आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताना चाहते है, जो आपको रुद्राक्ष धारण करने से पहले जरूर जान लेनी चाहिए। जैसे कि रुद्राक्ष कब और किसे धारण करना चाहिए या किस स्थिति में धारण करना चाहिए, इन सब बातों के बारे में जानना बेहद जरूरी है। तो चलिए अब आपको इस बारे में विस्तार से बताते है।
जानिए रुद्राक्ष कब और किसे धारण नहीं करना चाहिए :
मदिरा का सेवन करने वाले दूर रहे : बता दे कि जो लोग मदिरा के शौक़ीन है और तामसिक भोजन का सेवन करते है या उसे नहीं छोड़ सकते, तो ऐसे लोगों को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। मगर फिर भी यदि आप इसे धारण करना चाहते है तो सबसे पहले मदिरा और तामसिक भोजन का त्याग करना होगा, क्यूकि इन चीजों का त्याग किए बिना रुद्राक्ष पहनने का कोई फायदा नहीं।
सोते समय न पहने रुद्राक्ष : दरअसल ऐसा माना जाता है कि सोते समय शरीर अशुद्ध रहता है और सोते समय रुद्राक्ष के टूटने का भी डर रहता है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि सोने से पहले रुद्राक्ष को उतार कर तकिए के नीचे रख कर सोना चाहिए, इससे आत्मिक शांति मिलती है और बुरे सपने भी नहीं आते।
इन क्रियाओं के दौरान धारण न करे रुद्राक्ष :
जहाँ बच्चे का जन्म हुआ हो वहां धारण न करे : बता दे कि रुद्राक्ष धारण करने का एक खास नियम ये है कि जिस कक्ष में नए बच्चे का जन्म हुआ हो, वहां इसे धारण करके नहीं जाना चाहिए। हालांकि बच्चे के जात, कर्म और संस्कार के बाद ये बंदिश खत्म हो जाती है।
शवयात्रा में धारण करके न जाएँ : बता दे कि किसी की शवयात्रा या श्मशान में रुद्राक्ष धारण करके नहीं जाना चाहिए, वो इसलिए क्यूकि भगवान् शिव को जीवन तथा मृत्य से परे माना जाता है। यही वजह है कि उनके अंश माने जाने वाले रुद्राक्ष को जीवन और मृत्यु से जुडी जगह पर धारण करके नहीं जाना चाहिए। जी हां ऐसा माना जाता है कि इससे रुद्राक्ष निस्तेज हो जाता है।
इन क्रियाओं के दौरान न करे धारण : ऐसा माना जाता है कि कुछ मानवीय क्रियाओं के दौरान शरीर अशुद्ध हो जाता है और सम्भोग ऐसी ही एक प्रक्रिया है। इसलिए इस दौरान रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए और ठीक इसी तरह से स्त्रियों को भी मासिक धर्म के दौरान रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए, बल्कि शुद्ध होने के बाद ही उसे धारण करना चाहिए। बहरहाल अब तो आपको पता चल गया होगा कि रुद्राक्ष कब और किसे धारण करना चाहिए, हमें उम्मीद है कि आपको ये जानकारी जरूर पसंद आई होगी, इस बारे में हमें अपनी राय जरूर दीजियेगा।