केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल में कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के अमेरिकी दौरे के वक्त उनके साथ दिखाई दी सुनीता विश्वनाथ नाम की एक महिला की उपस्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फोटो दिखाते हुए बताया कि इस महिला के अमेरिकी व्यवसायी व भारत विरोधी जॉर्ज सोरोस से संबंध हैं इसलिए राहुल गाँधी को स्पष्ट करना चाहिए कि इनसे मुलाकात में उनकी क्या बातें हुई थीं। केंद्रीय मंत्री ने सोरोस से कॉन्ग्रेस के पुराने संबंधों का जिक्र कर उन भारत विरोधी लोगों के नाम बताए जो राहुल गाँधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे।
कौन है सुनीता विश्वनाथ :
सुनीता विश्वनाथ हिंदू फॉर ह्यूमन राइट्स की सह-संस्थापक है, जिसको अमेरिका में स्थित बाकी हिंदू समुदाय काफी विरोध करते हैं। इसके अलावा सुनीता विश्वनाथ आबाद: अफगान वीमेन फॉरवर्ड नाम के एक एनजीओ की भी संस्थापक है. सुनीता विश्वनाथ 2020 में विवादों के घेरे में तब आ गई थी जब उसको कोलंबिया विश्वविद्यालय में रिलीजियस लाइफ एडवाइजर बनाया गया था।
अगर उनके व्यक्तिगत जीवन को देखें तो सुनीता विश्वनाथ ने दो शादियां की हैं, उसके पहले पति सुकेतू मेहता थे जो अभी न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में बच्चों को पढ़ाते है। विश्वनाथ ने दूसरी शादी स्टीफन शॉ से की है जो ज्यूइश वॉइस फॉर पीस संगठन के एक्टिव सदस्य हैं। यह संगठन कथित तौर पर फलस्तीन के अधिकारों के लिए काम करता है। यह संगठन इजरायल के खिलाफ बॉयकॉट, विनिवेश और आर्थिक प्रतिबंधों के समर्थन में आवाज उठाता है।
हिंदू देवताओं पर लिखी आपत्तिजनक बातें :
कुछ समय पहले विवादित ‘काली’ वेबसीरीज पर उठे विवाद पर इस महिला ने आकर सीरीज की निर्माता के पक्ष में हिंदू देवताओं के लिए उल-जुलूस बातें की थीं। अपने लेख में सुनीता ने महादेव की चिलम फूँकती तस्वीर लगाकर यहाँ तक कहा था कि हिंदुओं में शराब और सिगरेट कुछ निषेध नहीं है। देवताओं को ये सब चढ़ता है। सुनीता ने अपने लेख में सेक्स और समलैंगिकता को घुसाकर ये तक लिखा था कि धर्मग्रंथों में अनगिनत ऐसी कहानियाँ भरी पड़ी हैं जिन्हें पढ़कर समलैंगिकता से पैदा हुए बच्चों का पता चलता है। सुनीता ने यह भी लिखा था कि हिंदुओं के कुछ देवता तो समलैंगिक भी हैं। काली के आपत्तिजनक दृश्यों को सपोर्ट करने के लिए सुनीता ने साफ लिखा था कि हिंदू देवता धूम्रपान, मदिरापान करते हैं। इसके अलावा वो माँस-मीट भी खाते हैं।
क्यों भारत विरोधी होने का आरोप :
दरअसल सुनीता विश्वनात एक ऐसे संगठन से जुड़ी है जो पूरी तरह पाकिस्तान का है। इसका नाम है इंडियन अमेरिका मुस्लिम काउंसिल. सुनीता इस संगठन से भी ताल्लुक रखती हैं। खास बात यह है कि आईएएमसी का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कनेक्शन है। यही नहीं हाल में आईएएमसी की ओर से राहुल गांधी के समर्थन में भी एक ट्वीट किया गया. आईएएमसी ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने पर कमेंट किया और लिखा- ये हर उस शख्स के साथ होगा जो मोदी शासन के खिलाफ आवाज उठाएगा। इस संगठन के प्रमुख रशीद अहमद हैं। इन्होंने ये भी कहा है कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाना भारत में फासीवाद की याद दिलाता है।