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इंस्टाग्राम के ‘Threads’ में ट्विटर से क्या है खास, एक दिन में ही मिल गए 1 करोड़ से ज्यादा यूजर्स, जानिए विस्तार से

ट्विटर जैसे फीचर वाला ‘थ्रेड्स’ ऐप अब मार्केट में है। एक ही दिन में इस एप्लीकेशन को 1 करोड़ से ज्यादा साइन-अप मिल चुके हैं। कंपनी का कहना है कि थ्रेड्स एक टेक्स्ट शेयरिंग और पब्लिक कन्वर्शेसन ऐप है। वहीं देखने में ये ट्विटर से थोड़ा अलग दिख रहा है। लेकिन इसका कॉम्पिटिशन ट्विटर ही है।

पहले जानते हैं कि आखिर ये थ्रेड्स ऐप क्या है :

थ्रेड्स फेसबुक और ट्विटर की तरह माइक्रोब्लॉगिंग साइट है और इसे इंस्टाग्राम की टीम ने बनाया है। थ्रेड्स को 5 जुलाई की रात लगभग 11.30 बजे भारत सहित 100 से ज्यादा देशों में लॉन्च किया गया। इस ऐप में ट्विटर की तरह ही अपने ओपिनियन साझा कर सकते हैं। यहां यूजर्स 500 कैरेक्टर तक के पोस्ट लिख सकते हैं। पोस्ट के साथ लिंक, तस्वीर और वीडियो को भी साझा किया जा सकता है। थ्रेड्स के फीचर ट्विटर के मिलते जुलते हैं। यहां भी ठीक ट्विटर की तरह थ्रेड्स यूजर्स अपने आइडिया और ओपिनियन को लोगों से साझा कर अपने फॉलोअर्स बना सकते हैं। इसके अलावा इस पर 5 मिनट तक की वीडियोज भी डाली जा सकती हैं और इस ऐप पर लिंक भी शेयर किए जा सकते हैं। यह अधिकतर टेक्ट्स कंटेंट पसंद करने वालों के लिए है, पर फोटोज और वीडियोज भी यहाँ शेयर करने की सुविधा है। ऐप को गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। दोनों ही प्लेटफॉर्म पर ये इंस्टाग्राम की थ्रेड्स ऐप फ्री है।

थ्रेड्स ऐप ट्विटर के लिए क्यों है खतरा :

थ्रेड्स को लॉन्च हुए कुछ दिन ही हुए हैं और इतने कम समय में करोड़ों यूजर्स जुड़ चुके हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में थ्रेड्स माइक्रोब्लागिंग ऐप ट्विटर का विकल्प साबित हो सकता है।

ट्विटर ने हाल में अपने यूजर्स के लिए बदलाव किए हैं। इन बदलावों और कई नए नियमों के कारण ट्विटर का इस्तेमाल करना थोड़ा पेचीदा हो गया है। उदाहरण के तौर पर पहले नॉन ट्विटर यूजर्स भी गूगल पर जाकर किसी भी ट्विटर यूजर का प्रोफाइल देख सकते थे लेकिन अब आपको किसी ट्विटर यूजर का प्रोफाइल देखना है तो आपको भी लॉगइन करना ही होगा।

ट्विटर की तुलना में थ्रेड्स को इस्तेमाल करना बेहद आसान है. इस ऐप को ऐसे डेवलपर किया गया है कि ये अपने आप ही  इंस्टाग्राम यूजर्स के बायो से अपना बायो तैयार कर लेता है। जिसका मतलब है कि कोई भी यूजर बड़ी ही आसानी से एक क्लिक के जरिए थ्रेड्स अकाउंट बना सकता है, जबकि ट्विटर पर अकाउंट बनाना है तो यूजर को मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि अपडेट करना होगा।

बता दें कि मार्क जुकरबर्ग ने इस एप्लीकेशन को ठीक उसी समय लॉन्च किया है जब एलन मस्क लगातार ट्विटर में कोई न कोई बदलाव ला रहे हैं। अभी हाल में उन्होंने ब्लू टिक वालों के लिए ट्वीट देखने की सीमा को 10 हजार और बिन ब्लू टिक वालों के लिए ट्वीट देखने की सीमा 1 हजार की थी। उन्होंने ट्विटर पर इसे अस्थायी बदलाव कहा था। मगर मेटा ने इसी मौके पर अपनी एप्लीकेशन को लॉन्च कर दिया और जुकरबर्ग ने इस संबंध में ट्वीट करके ट्विटर को ट्रोल करने का प्रयास भी किया। ये बात और है कि लोग उन्हीं के ऊपर दूसरी एप्लीकेशन को कॉपी करने का इल्जाम लगाने लगे।

अब जानते हैं थ्रेड्स और ट्विटर में अंतर :

  • चार दिन पहले लॉन्च हुआ ऐप थ्रेड्स फिलहाल आइओएस और एंड्रॉयड पर तो उपलब्ध है लेकिन फिलहाल इसे डेक्सटॉप पर नहीं खोल सकते। वहीं दूसरी तरफ ट्विटर को इन तीनों जगह बड़ी ही आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • फिलहाल थ्रेड्स में प्राइवेट मैसेज करने का भी ऑप्शन नहीं है जबकि ट्विटर पर यूजर्स आपस में भी एक दूसरे से जुड़ सकते हैं और प्राइवेट चैट कर सकते हैं।
  • इंस्टाग्राम के थ्रेड्स ऐप में यूजर 500 कैरेक्टर में अपनी बात लिख सकता है. जबकि ट्विटर आम यूजर्स को 280 कैरेक्टर लिखने और ब्लू टिक यूजर्स को 25 हजार कैरेक्टर में लिखकर पोस्ट करने की इजाजत देता है।
  • थ्रेड्स ऐप के होमपेज पर फिलहाल ट्रेंडिंग टॉपिक देखने का ऑप्शन नहीं है. जबकि ट्विटर पर क्या क्या ट्रेंड हो रहा है उसे देख सकते हैं।

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