ताजमहल देखने वालों की संख्या हुई कम, सामने आएं ये आंकड़े, जानिए गिरावट का कारण
ये तो सब को मालूम है कि ताजमहल की गिनती दुनिया के आठवें अजूबे के रूप में की जाती है, लेकिन अब ताजमहल देखने वालों की संख्या काफी कम सी होती जा रही है। जी हां शायद इसकी वजह ये है कि आज कल जमाना कुछ ज्यादा ही डिजिटल हो चुका है और अब लोग सोशल मीडिया की जिंदगी में जरूरत से ज्यादा व्यस्त रहने लगे है। बता दे कि प्यार की निशानी माना जाने वाला ताजमहल वास्तुकला के अनोखे नमूनों से सजा हुआ है और इसकी कलाकृतियां ही इसे सबसे अलग बनाती है। मगर आपको जान कर हैरानी होगी कि ताजमहल का नजारे देखने वालों की संख्या 2019 के मुकाबले पिछले साल 76 प्रतिशत तक गिर गई है।
ताजमहल देखने वालों की संख्या में आई गिरावट :
गौरतलब है कि ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सुपरिटेंडेंट वसंत स्वर्णकार का कहना है कि ताजमहल देखने के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या तेजी से कम हुई है। जी हां ये आंकड़ा सर्वे के दौरान सामने आया है और इस आंकड़े को देखने के बाद ये कहना गलत नहीं होगा कि अब ताजमहल को देखने की लोगों की रूचि कम होती जा रही है। हालांकि कोरोना वायरस को भी इसके पीछे की बड़ी वजह माना जा रहा है, क्यूकि कोरोना काल के दौरान देश भर में लॉक डाउन लगा दिया गया था, जिसके कारण कोई भी व्यक्ति बाहर घूमने के लिए नहीं जा सका। यहाँ तक कि बाहर आने जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए थे, तो ऐसे में किसी भी पर्यटक का भारत आना मुश्किल था।
इस वजह से लोग नहीं कर पाएं ताजमहल का दीदार :
इसके इलावा इस महामारी के दौरान लोगों की भीड़ जमा होने पर भी पाबंधी लगा दी गई थी और यही वजह है कि कई बार ताजमहल को पर्यटकों के लिए बंद भी करना पड़ा। वही अगर हम ताजमहल के इतिहास की बात करे तो इसे मुग़ल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के लिए उनकी याद में बनवाया था और यह ताजमहल 1643 ईस्वी में बन कर तैयार हुआ था। आपको जान कर हैरानी होगी कि ताजमहल को बनने में करीब दस साल का समय लगा था और सफेद संगमरमर से बना यह ताजमहल तीन सौ पचास साल से भी ज्यादा समय से यमुना नदी के किनारे लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
भारत घूमने आने वाले पर्यटक जरूर करते है ताजमहल का दीदार :
जी हां तभी तो दूर दूर से लोग इसका दीदार करने के लिए आते है और ताजमहल का दीदार करते हुए तस्वीरें खिंचवाते है। वैसे ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई विदेशी पर्यटक भारत घूमने के लिए आये, तो वह ताजमहल का दीदार जरूर करता है और ताजमहल की यादों को अपने साथ लेकर जाता है। हालांकि पिछले साल कोरोना वायरस के कारण ताजमहल देखने वालों की संख्या में गिरावट जरूर आई है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इस साल भी ऐसा ही होगा। हम उम्मीद करते है कि इस साल लोगों को घूमने फिरने की आजादी मिलेगी और लोग सुरक्षित रूप से ताजमहल के दीदार कर पाएंगे।