बिना टिकट यात्रा करना भी अपराध की श्रेणी में शामिल है और अगर कोई ऐसा करता है, तो रेलवे अधिनियम, 1989 में दंड और सजा का प्रावधान किया गया है। यदि कोई व्यक्ति या महिला बिना टिकट यात्रा करता है, तो उसे भुगतान करना पड़ सकता है। जुर्माना या 6 महीने की जेल और दो सजा एक साथ।
हालांकि रेलवे के कड़े नियमों के बावजूद, देश में बिना टिकट यात्रा करने वालों की कमी नहीं है, नियमों के बावजूद भी ट्रेनों मे कई सारे ऐसे लोग है। जो बिना टिकट के यात्रा करते है। जिससे रेलवे को हर साल अरबों रुपये का नुकसान होता है। आज हम आपके लिए एक ऐसी ही घटना लेकर आए हैं।
दरअसल तृण में टिकट चेकिंग के दौरान एक टीटी ने उस ट्रैन में सफर कर रहे एक महिला यात्री को बिना टिकट के पकड़ लिया। इस दौरान महिला ने टीटी को एक ऐसी बात कही जिसे सुनकर उसकी आखों मे आंसू आ गए और वह महिला की बात में टिकट चेक करना भूल गए। वह महिला टीटी के द्वारा पकड़े जाने के बाद फुट फुट कर रोने लगी। महिला को इस तरह से रोता देखकर टीटी ने डीआरएम को मौके पर बुलाया।
जब महिला से पूछा गया कि रोना किसी समस्या का समाधान नहीं है। कुछ परेशानी बताओं तो उसने कहा किक वह किसी अपने के पास मिलने गई थी। जहां उसका सामान चोरी हो गय़ा है।
सामान चोरी हो जाने की वजह से उसने कहा कि उसने दो दिन से खाना नहीं खाया है। तो टिकट कहा से लाएगी। महिला की बात सुनकर डीआरएम का दिल पसीज गया। डीआरएम ने रेलवे के कर्मचारियों के आदेश दिए की उनको पहले खाना खिलाया जाए औऱ उनको टिकट दिलाकर सुरक्षित यात्रा कराई जाए। डीआरएम की बात सुनकर लोगों ने तालिया बजाई और उनका धन्यवाद किया। इस घटना ने और रेलवे के अधिकारियो की इस दरियादिली का लोगो ने काफी सराहना किया।