इन लोगों को भूलकर भी नहीं पीना चाहिए दूध, वरना फायदे की जगह होगा नुकसान
दूध पीना हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दूध कैल्शियम का सीधा और जबरदस्त स्त्रोत होता है जो हमारी हड्डियों, बालों, नाखून और हमारी स्किन को पोषण प्रदान कर उन्हें मजबूत बनाता है। महिलाओं को दूध का सेवन जरूर करना चाहिए। लेकिन दूध पीने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आपके लिए दूध का सेवन फायदेमंद है भी या नहीं! कहने का मतलब है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें दूध पीने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कुछ खास बीमारियों से पीड़ित लोगों को दूध पीने से बचना चाहिए। उदाहरण के लिए पीलिया, दस्त, पेचिश जैसी दिक्कत होने पर दूध नहीं पीना चाहिए। हद से ज्यादा दूध भी सेहत के लिए हानिकारक होता है। अधिक दूध पीने से लिवर में सूजन या फाइब्रॉइड्स की प्रॉब्लम हो सकती है। आज हम आपको बता रहे हैं कि किन लोगों को दूध का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
फैटी लिवर :
डॉक्टर्स, एक्सपर्ट और आयुर्वेद के अनुसार, फैटी लिवर से पीड़ित लोगों को दूध के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि फैटी लिवर से जूझ रहे लोगों को दूध पचाने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही दूध के कारण इनके लिवर में सूजन और फैट दोनों में वृद्धि भी हो सकती है। इसका कारण यह है कि दूध प्रोटीन से भरपूर होता है और फैटी लिवर के लोगों को प्रोटीन का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में यदि आप ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का सेवन कर लेंगे तो लिवर में फैट जमा होना, सूजन बढ़ना या फाइब्रॉइड्स होने की समस्याएं हो सकती हैं।
गैस की समस्या :
जिन लोगों के पेट में ज्यादातर गैस की समस्या रहती है उन्हें दूध का सेवन करने से बचना चाहिए। दरअसल, दूध में लैक्टोज होता है, जो कभी-कभी पाचन को खराब कर सकता है। इसी वजह से ज्यादा दूध का सेवन करने से किसी किसी को दस्त, ब्लाटिंग या गैस की समस्या हो सकती है।
मोटापा ग्रस्त :
जो लोग मोटापे से परेशान हैं, उन्हें दूध का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपका मोटापा और अधिक बढ़ने लगेगा। इसकी वजह यह है कि दूध में काफी फैट होता है। दूध कंप्लीट फूड है लेकिन दूध से शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा हो जाता है।
कच्चा दूध पीने से हो सकते हैं ये नुकसान :
कच्चा दूध कई बीमारियों से संक्रमित होता है। इसलिए हमेrशा सलाह दी जाती है कि दूध केा गर्म कर के ही पीना चािहए। बच्चों को खासतौर से कच्चा दूध पीने से मतली, उच्यी या डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कच्चे दूध को जिस समय निकाला जाता है, उस समय दूध पशु के थन, या कभी-कभी जानवरों के मल के संपर्क में भी आ जाता है। जिससे दूध में कई तरह के वायरस या कीटाणु होने का भी डर रहता है। अगर आप सीधा कच्चे दूध का सेवन करेंगे तो ये आपके शरीर में जाकर आपको बीमार कर सकते हैं।
जब शरीर में एसिड का स्तर अनियंत्रित हो जाता है तो कई तरह के रोग जन्म लेने लगते हैं। इसलिए शरीर के एसिड लेवल को कंट्रोल रखना बहुत जरूरी होता है। लेकिन कच्चा दूध पीने से शरीर में एसिडिटी की मात्रा बढ़ जाती है।
दूध को गर्म कर पीना चाहिए :
दूध को पकाकर पीने से उसमें मौजूद वायरस और वैक्टीरिया मर जाते हैं। हालांकि, कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि दूध को पकाकर पीने से दूध की गुणवत्ता कम हो जाती है। यदि दूध पूरी शुद्धता के साथ निकाला जाए, तो कच्चा दूध आपके लिए अच्छा हो सकता है और यह पके हुए दूध से कहीं ज्यादा पौष्टिक होता है। दूध में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि दूध को पकाने के बाद जब दूध ठंडा हो जाए उसके बाद इसका सेवन करें।