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Lockdown Till 3 May In The Country : इसमें कोई दोराय नहीं कि आज कल कोरोना वायरस का डर चारों तरफ फैला हुआ है। जी हां इस खतरनाक वायरस के कारण हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके है। यही वजह है कि सरकार और आम जनता इस वायरस को लेकर अब काफी सतर्क हो चुकी है। कोरोनावायरस का प्रकोप हर दिन बढ़ता ही जा रहा है भारत में कुछ ही हफ्तों में संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा होता जा रहा है पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश के लोगों से लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने आग्रह किया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। बाजार बंद हैं, ट्रेनें, बसें, हवाई जहाज, टैक्सियां कुछ भी नहीं चल रहा। ऐसे में सरकार ने लॉकडाउन खोलने की तैयारियों पर चर्चा शुरू कर दी है। 25 मार्च से लागू हुए देशव्यापी लॉकडाउन का आज आखिरी दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित किया है और लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ने का फैसला लिया है यह भी कहा कि 20 अप्रैल से कुछ जरूरी चीजों की अनुमति दी जाएगी। अगर आपके इलाके में कोरोना पैर पसारता है तो ये अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी। पिछले 26 दिन में मोदी का देश के नाम यह चौथा संदेश था।
भाषण की शुरुआत :
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, “नमस्ते मेरे प्यारे देशवासियों” कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। आप सभी देशवासियों की तपस्या और त्याग की वजह से भारत अब तक कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा। आप लोगों ने कष्ट सहकर भी अपने देश और भारत वर्ष को बचाया है। मैं जानता हूं कि आपको कितनी दिक्कतें आई हैं। किसी को आने जाने की परेशानी, कोई घर-परिवार से दूर है। लेकिन आप देश की खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। मैं आप सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं।
कुछ महत्वपूर्ण बातें : Lockdown Till 3 May
‘‘साथियो, आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, हम सब उससे भली-भांति परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए हैं, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी। जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज 100 तक पहुंचे, उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। मॉल, थिएटर, क्लब, जिम बंद किए जा चुके थे।
सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है कि लॉकडाउन को अब 3 मई तक बढ़ाना पड़ेगा। यानी 3 मई तक हम सभी देशवासियों को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं।
20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा। वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा।
जो क्षेत्र इस परीक्षा में सफल होंगे वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति, दी जा सकती है। लेकिन याद रखिए, ये अनुमति सशर्त होगी। बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे। लॉकडाउन के नियम अगर टूटते हैं और कोरोना का पैर हमारे इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी।
इस समय रबी की फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो।
आज भारत के पास भले ही सीमित संसाधन हों, लेकिन अगर हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी बीमारी को परास्त करके रहेंगे।
कोरोना पर अब तक प्रधानमंत्री मोदी के 3 संदेश :
पहला : जैसा की आपको पता है की मोदी जी ने 22 मार्च को जब देश को सम्बोधित किया था तो कर्फ्यू लगने का आदेश दिया था और 22 मार्च को लगा हुआ कर्फ्यू काफी सफल भी रहा था। देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स के लिए ताली, घंटी और थाली बजाकर आभार व्यक्त किया था।
दूसरा : दूसरी बार मोदी ने 24 मार्च को संबोधित किया और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक पुरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में रहना आवश्यक है।
तीसरा : प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया था। इसमें लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की फलेश जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी। इस दिन भी लोगो की एकता देखते ही बनती थी।
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