आज के समय में अगर हमारी सबसे बड़ी प्राइवेसी कुछ है, तो वो मोबाइल है। जी हां क्यूकि मोबाइल में ही हम अपने काम से संबंधित और अपनी निजी जानकारी से संबंधित बहुत सी बातें सेव करके रखती है। इसके इलावा मोबाइल में बहुत सी ऐसी एप्स भी होती है, जिन पर हम घंटों बीता देते है। वैसे ये लड़की रात को अँधेरे में कुछ ऐसा काम करती थी, जिसकी इस लड़की को काफी बड़ी सजा मिली। हालांकि इसमें कोई शक नहीं कि मोबाइल ने हमारी जिंदगी को काफी आसान बना दिया है, लेकिन हम इस बात को भी नकार नहीं सकते, कि इसी मोबाइल की वजह से कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है। गौरतलब है कि जरूरत से ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने का सबसे बुरा असर हमारी आँखों पर ही पड़ता है। बहरहाल ऐसा ही एक दर्दनाक मामला ताइवान से सामने आया है।
लड़की रात को अँधेरे में भी करती थी मोबाइल का इस्तेमाल :
अगर खबरों की माने तो ताइवान की रहने वाली ये लड़की मोबाइल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करती थी। जिसके कारण न केवल इसकी ऑंखें खराब हो गई बल्कि इसकी आँखों के कॉर्निया में पांच सौ छेद भी हो गए। दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि ये लड़की मोबाइल की ब्राइटनेस को फुल मोड़ पर रख कर इस्तेमाल करती थी। जिसके कारण इसके साथ यह घटना हो गई। बता दे कि यह लड़की प्रोफेशनल रूप से एक सेक्रेटरी है। यानि अपने काम के चलते इस लड़की को फटाफट मैसेज और मेल भेजना, कॉल का जवाब देना आदि सब काम करने पड़ते थे। यही वजह है कि यह लड़की हर समय मोबाइल पर एक्टिव रहती थी। वही अगर हम इसकी आँखों की परेशानी की बात करे तो इस लड़की को अपनी आँखों के बारे में तब पता चला जब इसकी आँखों में काफी दिक्क्त होने लगी।
आंख के कॉर्निया में हुए इतने छेद :
जिसके बाद लड़की ने आँखों के कई डॉक्टर्स से बात की और फिर जिसने जो भी सलाह दी वो इस लड़की ने मानी। यहाँ तक कि आँखों में डालने के लिए जो आई ड्रॉप्स दिए गए थे, वो भी आँखों में डालती रही, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। केवल इतना ही नहीं इसके इलावा आँखों का दर्द धीरे धीरे बढ़ने लगा और ब्लडशॉट भी होने लगा। ऐसे में जब लड़की ने दोबारा अपनी आँखों की जाँच करवाई तब पता चला कि उसकी बाई आंख की कॉर्निया में पांच सौ छेद हो गए है और फ़िलहाल लड़की का इलाज चल रहा है। यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि लड़की रात को अँधेरे में भी मोबाइल का इस्तेमाल करती थी। जिसके सबसे बुरा असर उसकी आँखों पर पड़ा।
दोस्तों हम तो यही कहेंगे कि मोबाइल का इस्तेमाल जरूर करे, लेकिन केवल उतना ही इस्तेमाल करे जितना आपका स्वास्थ्य बर्दाश्त कर सके।