बता दे कि हाल ही में खुदाई के दौरान करीब दो हजार साल पुरानी मूर्तियां मिली है, जो केवल प्राचीन ही नहीं बल्कि काफी नायाब भी है। जी हां इस खुदाई से मिली मूर्तियां काफी प्राचीन बताई जा रही है और ऐसा कहा जा रहा है कि ये करीब दो हजार साल पुरानी है। बहरहाल ये मूर्तियां इटली से मिली है और इन मूर्तियों को पानी में विसर्जित किया गया था, लेकिन फिर भी कुछ वजहों से ये मूर्तियां अब तक सुरक्षित है। गौरतलब है कि पुरातत्वविदों ने पानी में दो दर्जन से ज्यादा कांस्य की ग्रीक रोमन देवताओं की मूर्तियां ढूंढ निकाली है और खुदाई में मिली इन मूर्तियों को एक्सपर्ट्स द्वारा सनसनीखेज खोज बताया जा रहा है।
खुदाई से मिली 2000 साल पुरानी मूर्तियां :
बता दे कि ये मूर्तियां इटली के सिएना प्रांत के टस्कनी इलाके से मिली है और यह शहर रोम से करीब एक सौ साठ किलोमीटर उत्तर में है। ये वही इलाका है जहां एक प्राचीन स्नानागार के खंडहर को पुरातत्वविद साल 2019 से एक्सप्लोर कर रहे है। ऐसे में सिएना के यूनिवर्सिटी फॉर फॉरेनर्स के असिस्टेंट प्रोफेसर जैकोपो तबोली इस खुदाई को कॉर्डिनेट कर रहे है तथा इस बारे में उनका कहना है कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और असाधारण खोज है। जब कि इस बारे में कल्चर मिनिस्ट्री के एक टॉप अधिकारी मास्सिमो ओसाना का कहना है कि इन मूर्तियों की खोज को प्राचीन भूमध्यसागरीय के इतिहास की सबसे अद्धभुत खोजों में से एक बताया जा रहा है। जी हां ओसाना ने इसे रियास ब्रॉन्ज की खोज के बाद सबसे महत्वपूर्ण बताया है।
इस खोज को बताया जा रहा है बेहद महत्वपूर्ण :
दरअसल उस दौरान प्राचीन यूनानी योद्धाओं की एक विशाल जोड़ी मिली थी, जिसे साल 1972 में इटली के एक समुद्री तट से निकाला गया था। इस बारे में तबोली ने कहा कि हाइजीया, अपोलो और दूसरे ग्रीक रोमन देवताओं की इन मूर्तियों को पहले मंदिरों में सजा कर रखा जाता था, लेकिन ऐसा लगता है कि पहली शताब्दी के दौरान ही एक धार्मिक अनुष्ठान में उन मूर्तियों को गर्म पानी में विसर्जित कर दिया गया था। जी हां उन्होंने कहा कि इन मूर्तियों को इसलिए पानी में विसर्जित कर दिया गया क्योंकि उन्हें यह उम्मीद होती थी कि जल से उन्हें कुछ न कुछ जरूर मिलेगा।
कल्चर मिनिस्ट्री ने कही ये बात :
जब कि कल्चर मिनिस्ट्री ने इस बारे में बताया कि वह प्राचीन टस्कनी में बड़े बदलावों का दौर था, क्योंकि इस दौरान ही एट्रस्केन के शासन का पतन हो रहा था और रोमन शासन शुरू हो गया था। वही अगर इन मूर्तियों की बात करे तो तबोली का कहना है कि यह मूर्तियां करीब छह हजार कास्य, चांदी और सोने के सिक्कों से ढकी थी। जी हां सैन कैसियानो के गंदे गर्म पानी ने इन्हें संरक्षित रखने में बड़ा रोल निभाया है। बहरहाल पुरातत्वविदों का कहना है कि उनकी टीम को चौबीस बड़ी मूर्तियां मिली है और इसके इलावा कास्य की बनी कई बड़ी तथा छोटी छोटी मूर्तियां मिली है। दोस्तों इस बेहतरीन खोज के बारे में आपकी क्या राय है, ये हमें जरूर बताइएगा।