जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना व्यर्थ हो जाएगी सारी पूजा
जन्माष्टमी के पर्व को बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रात 12 बजे कान्हा का जन्म हुआ था। जन्माष्टमी का पर्व मथुरा सहित पूरे देश में मनाया जाता है। इस दिन मंदिरों को अच्छे से सजाया जाता है और कृष्ण जी की पूजा की जाती है। कई लोगों द्वारा तो व्रत-उपवास भी रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा भाव के साथ पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है। जन्माष्टमी के दिन कुछ ऐसा कार्य होते हैं। जिन्हें करना वर्जित माना जाता है। इसलिए आप भूलकर भी नीचे बताए गए कार्यों को जन्माष्टमी के दिन न करें। आइये यहां जानते हैं, इन कार्यों के बारे में।
तुलसी की पत्तियों को तोड़ना वर्जित :
जन्माष्टमी के दिन तुलसी की पत्तियों को तोड़ना वर्जित माना जाता है। क्योंकि श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु का अवतार हैं और विष्णु जी को तुलसी बहुत पसंद है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन तुलसी की पत्ती नहीं तोड़नी चाहिए। हालांकि कृष्ण जी की पूजा करते हुए तुलसी के पत्तों का प्रयोग जरूर किया जाता है। इसलिए आप जन्माष्टमी से एक दिन पहले ही ये पत्ता तोड़कर रख लें।
चावल खाना गलत माना जाता है :
जन्माष्टमी के दिन चावल खाना गलत माना जाता है और इस दिन चावल खाने से पाप चढ़ता है। जो लोग इस दिन व्रत नहीं रखते हैं। वो चावल न खाएं। दरअसल ज्योतिष शास्त्र में एकादशी और जन्माष्टमी के दिन चावल या जौ से बने भोजन को खाना वर्जित माना गया है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन चावल खाने से बचे। इसी प्रकार से आप इस दिन तामसिक भोजन भी न करें और न ही लहसुन प्याज़ का सेवन करें। वहीं जो लोग व्रत रखते हैं, वो शाम के बाद जल न पीएं। कान्हा का जन्म होने के बाद ही जल को ग्रहण करें।
किसी भी व्यक्ति का अनादर न करें :
इस दिन किसी भी व्यक्ति का अनादर नहीं करना चाहिए। अगर आपके घर में कोई गरीब आता है। तो उसको भोजन करवा कर ही भेजे। खाली हाथ उसे भेजने की गलती न करें।
पेड़ों को न काटें :
जन्माष्टमी के दिन पेड़ काटना भी शुभ नहीं होता है। इसलिए पेड़ काटने की गलती न करें। माना जाता है कि जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण हर एक चीज में बसते हैं। ऐसे में पेड़ इस दिन न काटें। ऐसा करने से घर की सुख-शांति भंग हो जाती है।
ज्योतिषियों के अनुसार जन्माष्टमी के दिन घर पर गाय या बछड़े की मूर्ति लाए। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस दिन सात कन्याओं को बुलाकर खीर खिलाएं। ऐसा करने से नौकरी और व्यापार में बढ़ोत्तरी होती है और रुके हुए सारे कार्य पूर्ण हो जाते हैं।