भगवान शिव का ये लौंग उपाय पलभर में हर लेगा आपके सारे दुःख
सुख और दुःख इंसान की जिंदगी का एक अहम हिस्सा है। जिस प्रकार सुख के बाद दुःख आटा है, ठीक उसी प्रकार दुःख के बाद एक ना एक दिन सुख की घड़ियाँ भी जरुर आती ही है। दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो पूर्ण रूप से सुखी हो। दुःख किसी ना किसी रूप में आपके घर में दस्तक देता ही है। किसी को पैसे की कमी है तो कोई शरीर से अपाहिज या लाचार है। बहुत से लोग बुरे समय में तनाव का शिकार हो जाते हैं और इससे पीछा छुडवाने के लिए अपनी जिंदगी ख़तम करने की कोशिश करते हैं। जब इंसान पूरी तरह से टूट जाता है तो उसका आखिरी सहारा केवल भगवान ही होते हैं। ऐसे में हर सेकंड करोड़ों लोग भगवान शिव से अपने दुखों का अंत करने की दुआएं करते हैं।
मान्यता है कि यदि कोई भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने में कामयाब हो जाता है तो शिव जी उसके सभी दुखों का नाश कर देते हैं। देखा जाए तो शिव भगवान दुनिया की ताकतवर शक्तियों में से एक है जिन्होंने ब्रह्मा और विष्णु के साथ मिल कर श्रृष्टि की रचना की थी। शायद यही वजह है जो आज दुनिया के हर कौने में भगवान शिव के मंदिर मौजूद है और लाखों भक्त यहाँ दर्शनों के लिए आते हैं। यदि आप भी शिव भगवान में विश्वास रखते हैं तो यह खास लेख आपके लिए ही है। यहाँ आपको गम एक ऐसा उपाय बता राई हैं जिसे अपना कर आप सभी संकटों और दुखों से छुटकारा हासिल कर सकते हैं।
लौंग का यह उपाय सोमवार के दिन करने से आपको स्वयं शिव का आशीर्वाद प्राप्त होगा। इसके लिए आपको सोमवार की सुबह जल्दी उठ कर स्नान करना होगा और फिर साफ वस्त्र धारण करके तैयार हो जायें। ध्यान रहे इस दिन आप लाल रंग के वस्त्र ही पहने। अब शिव जी की प्रतिमा के सामने दो घी के दीये जला लें और फिर एक लाल कपडा उनके सामने बिछा कर उस पर 7 लौंग रख दें। यह सभी लौंग साबुत होने चाहिए। यानि इनमे से कोई लौंग टूटा-फूटा नही हो। अब इस कपडे पर पूजा की सुपारी, नारियल वाला कलश और 7 अगरबत्ती जला कर रख दें।
इसके बाद आपको लाल कपडे पर पड़ी वस्तुओं की पूजा करनी है। पूजा के दौरान आप हल्दी, कुमकुम, चावल और अबीर आदि का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। पूजा के बाद शिव भगवान की आरती करें। आरती ख़तम होने पर पहली आरती शिव जी को दें और फिर अगली लाल कपडे पर पड़े सामान को दें। अब सातों लौंग अपने दाहिने हाथ की मुट्ठी में रख लें और इस मन्त्र का 7 बार जाप करें-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
इस प्रक्रिया के बाद शिव जी को अपने दुःख बताएं और एक लौंग भगवान शिव का नाम लेते हुए अपने मुंह में रख लें। बाकी के बचे हुए 6 लौंग एक डिब्बी में दाल कर शिव जी के पास ही रख दें। ध्यान रहे आपको इन सभी बचे लौंग को अगले 6 सोमवार तक एक एक करके खाना है। जब भी आप लौंग खाए तो शिव जी का नाम लेते हुए अपना दुःख आवश्य उन्हें बताएं। ऐसा करने से आपको शिव हगवन का आशीर्वाद मिलेगा और सभी दुखों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जायेगा।
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