आज के समय में दुःख और तकलीफ किसे नहीं है, अगर कोई कहता है की पैसा जिसके पास है वो खुश है तो शायद वो गलत है, क्योंकि पैसा अकेला ख़ुशी का साधन नहीं बन सकता है। भगवान खुशियाँ भी उन्हें देते है जो ख़ुशी के लायक होते है वरना पैसे वाले तो ऐसे ही रोते रह जाते हैं। कहा जाता है की जिन लोगों पर माता की कृपा होती है उन पर कभी कोई दुःख का साया नहीं आता है। यहाँ तक भी कहा जाता है की जो लोग माता की पूजा करते है उनके यहाँ धन और धान्य की कभी कमी नहीं होती है। अब नवरात्री शुरू हो चुकी है और इन नवरात्रों में जो माता की पूजा करते हैं उनकी हर एक इच्छा पूरी हो जाती हैं।
कहा जाता है की इन नवरात्रा के 9 दिनों में जो माता की पूजा इन 5 तरीको से करते हैं उन्हें माँ अपना अश्रिवाद देती है और उनके घर में खुशियाँ लाती है. माना जाता है की माता की पूजा करने मात्र से हमारे अनेक दुःख और हमारे कष्ट खत्म हो जाते हैं। आज हम आपको माता की पूजा करने के कुछ तरीके बता रहे हैं, यदि आप ऐसे इन नवरात्रों में माता की पूजा करोगे तो आपके घर में हमेशा के लिए खुशियाँ बनी रहेगी।
तुलसी के पास दीपक जलाएं :
माना जाता है की यदि आप नवरात्रा के दिनों में तुलसी के पास दीपक जलाकर माता की अराधना करते हो तो आपके घर में सुख शान्ति बनी रहेगी, कहा यह भी जाता है की माता ऐसा करने वाले के सभी दुःख हर लेती हैं।
अष्टमी के दिन करें यह : यदि माता को खुश करना है तो अष्टमी के दिन माता के मन्दिर जाकर लाल चुनरी में माखन, बताशे और सिक्के रखकर माता की गोद भरें इससे माता रानी खुश होगी और आपके घर में सुख शांति बनाये रखेगी।
सुन्दरकाण्ड का पाठ करें :
यदि आप चाहते हैं की माता रानी आप पर प्रसन्न हो तो आप माता को खुश करने के लिए घर में नवरात्रा के दिनों में सुन्दरकाण्ड का पाठ भी करवा सकते हो, माना जाता है की नवरात्रा में सुंदरकाण्ड का पाठ करना बहुत अच्छा माना जाता है।
अष्टमी के दिन कन्याओं की पूजा : यदि आप चाहते है की माता रानी आप पर हमेशा के लिए खुशियाँ बनाये रखे तो अष्टमी के दिन आपको माता रानी के नाम से नौ कन्याओं की पूजा करनी है। यदि नौ कन्याओं की पूजा नहीं कर पाओ तो एक छोटी कन्या की पूजा करें, और माता से अपनी इच्छापूर्ति की कामना मांगे।
नवरात्रा का आखिरी दिन : यदि आप चाहते हैं की आपके पति पर किसी भी तरह की आंच ना आये, और आप हमेशा अपने शादी शुदा जिंदगी में खुश रहे तो आपको नवरात्रा के आखिरी दिनों में सुहागिन को चांदी की बिछिया, कुमकुम से भरी चांदी की डिबिया, पायल, अमे माँ का चांदी का सिक्का और अन्य श्रृंगार सामग्री उपहार के रूप में देवें। इससे माता दुर्गा खुश होगी और आपका परिवारिक जीवन अच्छा करेगी।