बता दे कि बाईस मई को ज्येष्ठ महीने की अमावस्या थी तो ऐसे में काशी के पंडितों ने काफी साल बाद बने इस संयोग को लेकर कुछ खास बातें बताई है। जी हां आज कल जो लॉक डाउन का मुश्किल दौर चल रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए काशी के पंडितों ने कोरोना को लेकर भविष्यवाणी की है और उनकी यह भविष्यवाणी हर व्यक्ति के लिए एक नयी उम्मीद बन कर आई है। अगर ज्योतिषों की माने तो उन्होंने बताया की इस दिन चार ग्रह एक ही राशि में विराजमान रहेंगे। ऐसे में इस बात की उम्मीद भी की जा रही है कि इस शनि जयंती के बाद कोरोना वायरस की महामारी में भी कमी आ सकती है। इसका मतलब ये है कि कोरोना वायरस का खतरा कुछ हद तक कम हो सकता है।
कोरोना वायरस के बारे में काशी पंडितों की भविष्यवाणी :
अब जाहिर सी बात है कि कोरोना वायरस जैसी बीमारी के सामने आधुनिक मेडिकल साइंस भी कुछ खास नहीं कर पा रही है, तो ऐसे में ये भविष्यवाणी लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद ही है। इस बारे में ज्योतिषाचार्य और काशी विद्व्त्त परिषद के संगठन मंत्री पंडित दीपक मालवीन ने ज्योतिष शास्त्र का अध्ययन करते हुए बताया है कि जो संयोग बन रहा है वह कोरोना जैसी महामारी को हराने के कारगर साबित हो सकता है। इसके साथ ही पंडित जी का कहना है कि किसी भी संक्रमण की अवधि एक ग्रहण काल से दूसरे ग्रहण तक ही रहती है।
ऐसे हो सकता है कोरोना वायरस का अंत :
यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि कोरोना की शुरुआत पिछले साल छब्बीस दिसंबर को सूर्य ग्रहण से हुई थी, जो इस साल इक्कीस जून तक पड़ने वाले सूर्य ग्रहण तक रहेगी। बता दे कि पंडित जी ने केवल कोरोना की भविष्यवाणी को लेकर ही नहीं बल्कि जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, उन लोगों को लेकर भी कुछ खास बात कही है। जी हां पंडित जी का कहना है कि शनि की महादशा से मुक्ति पाने के लिए शनिदेव की सच्चे मन से आराधना करे और जो संयोग बना है, उसका लाभ उठाएं।
ये चार ग्रह होंगे वृष राशि में :
इसके इलावा पंडित जी ने ये भी बताया है कि चार ग्रह सूर्य, चंद्र, बुध और शुक्र एक साथ वृष राशि में रहेंगे। फिलहाल जो संकट पूरी दुनिया पर आया है, उस संकट से शनिदेव की आराधना करके ही छुटकारा पाया जा सकता है।
दोस्तों इस भविष्यवाणी के बारे में आपकी क्या राय है, ये हमें जरूर बताईयेगा।