महिलाओं के लिए द्रौपती ने बताई थी ये महत्वपूर्ण बातें, जो हर स्त्री को पता होनी चाहिए
अगर आपने हिन्दू धर्म से संबंधित इतिहास पढ़ा है, तो यकीनन आप द्रौपदी और सत्यभामा के बारे में भी जरूर जानते होंगे। बता दे कि द्रौपदी भगवान् श्रीकृष्ण की बहन की तरह थी और सत्यभामा उनकी पत्नी थी। वैसे आप सोच रहे होंगे कि हम अचानक द्रौपदी और सत्यभामा की बात क्यों कर रहे है। वो इसलिए क्यूकि परिवार में सुख समृद्धि बनाएं रखने के लिए ये सात खास बातें द्रौपदी ने सत्यभामा को बताई थी। जिनसे आज हम आपको रूबरू करवाना चाहते है। ये खास बातें हर स्त्री को जरूर पता होनी चाहिए। तो चलिए अब आपको इन बातों के बारे में विस्तार सहित बताते है।
ये 7 बातें हर स्त्री को ध्यान में रखनी चाहिए :
गौरतलब है कि इस दुनिया में ऐसी बहुत सी स्त्रियां है जो अपने पति को वश में करने के लिए तंत्र मंत्र और कई तरह की औषधियों तक का इस्तेमाल करती है। मगर ऐसा करना गलत है। जी हां पति को कभी भी अपने वश में करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, क्यूकि ऐसा करने से रिश्ता बिगड़ सकता है।
बता दे कि समझदार स्त्रियां परिवार के हर रिश्ते को याद रखती है और हर रिश्ते का सम्मान करती है। ऐसे में अगर कोई रिश्ता छूट जाएँ तो इससे पारिवारिक संबंध खराब हो सकते है।
जिन स्त्रियों का आचरण अच्छा नहीं होता, उनसे हमेशा दूरी बना कर रखनी चाहिए। वो इसलिए क्यूकि ऐसी स्त्रियां परिवार और रिश्तों पर केवल बुरा प्रभाव ही डालती है।
द्रौपदी ने सत्यभामा को बताई थी ये खास बातें :
द्रौपदी का कहना है कि स्त्री को कभी कोई ऐसी बात नहीं करनी चाहिए, जिससे किसी का अपमान हो। ऐसा करने से किसी के मन को गहरी ठेस भी पहुँच सकती है।
बता दे कि किसी भी कार्य को करने में आलस्य नहीं दिखाना चाहिए। वो कहते है न कि समय ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है और जिसने इस पूंजी को गंवा दिया, वह जीवन में कभी कुछ हासिल नहीं कर सकता। इसलिए आलस्य छोड़ कर सच्चे मन से काम करना चाहिए।
इसके इलावा द्रौपदी का कहना है कि स्त्रियों को बार बार दरवाजे या खिड़की के पास जा कर खड़ा नहीं रहना चाहिए, इससे समाज में उसकी गलत छवि बनती है।
जो स्त्रियां अपने क्रोध पर नियंत्रण नहीं रख सकती, उन्हें बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए स्त्रियों को अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए और बेकार में किसी अनजान व्यक्ति से बात नहीं करनी चाहिए।
तो ये है वो खास बातें जो द्रौपदी ने सत्यभामा को बताई थी और इन बातों का आधुनिक जीवन में तो बहुत ज्यादा महत्व होना चाहिए।