अध्यात्मधर्म-कर्म

सालों बाद शनि जयंती पर बन रहा है ऐसा दुर्लभ सयोंग, बस राशि अनुसार करें ये उपाय उदय होगा भाग्य

बता दे कि शनि जयंती हर साल ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को मनाई जाती है और इस साल शनि जयंती बाईस मई को मनाई जाएगी। जी हां जो लोग शनि जयंती के बारे में नहीं जानते, उन्हें हम बताना चाहते है कि इस दिन महिलाएं वट सावित्री का व्रत रखती है और पति की लम्बी उम्र की कामना करती है। गौरतलब है कि शनि जयंती के अवसर पर आप भी अपनी राशि के अनुसार उपाय करके शनिदेव को प्रसन्न कर सकते है और मनचाहा फल प्राप्त कर सकते है। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि इन उपायों को पुरुष और स्त्रियां दोनों ही कर सकते है। तो चलिए अब आपको इन उपायों के बारे में विस्तार से बताते है।

शनि जयंती के अवसर पर

अपनी राशि के अनुसार करे ये उपाय :

मेष राशि : सबसे पहले अगर हम मेष राशि वालों की बात करे तो इनके लिए भगवान् शिव की पूजा करना सबसे ज्यादा शुभ होगा। दरअसल शनिदेव शिव जी को अपना गुरु मानते है, तो ऐसे में शनि जयंती के दिन घर में श्री शिव रुद्राभिषेक जरूर करवाएं।

वृषभ राशि : अब अगर हम वृषभ राशि वालों की बात करे तो इन्हें स्नान करने के बाद शनिदेव के पिता यानि सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए और शनिदेव का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद घर के मंदिर में आसन लगा कर बैठ जाएँ और एक सौ आठ बार महामृत्युंजय मंत्र का जप करे। बता दे कि जप पूरा होने के बाद शनिदेव के सामने नतमस्तक हो कर काली वस्तुओं का दान करे।

मिथुन राशि : इस राशि वालों को शनि जयंती के दिन शनिदेव का महाराज दशरथकृत नील शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए, क्यूकि ये पाठ करना आपके लिए काफी लाभकारी साबित होगा। इसके साथ ही अगर आप काले वस्त्र पहनेंगे और काली वस्तुओं का सेवन करेंगे तो आपके लिए ज्यादा बेहतर होगा।

शनि जयंती के अवसर पर

 

कर्क राशि : अब अगर हम इस राशि वालों की बात करे तो शनि जयंती के दिन एक लोहे के कटोरे में सरसों का तेल भर कर उसमें अपने चेहरे की छाया देख कर उसे दान कर दे और आप चाहे तो किसी जरूरतमंद को पैसे भी दान कर सकते है।

शनि जयंती के दिन शनिदेव का करे ध्यान :

सिंह राशि.. बता दे कि इस राशि वालों को शनि जयंती के दिन काले तिल और साबुत उड़द दान करने चाहिए। अब क्यूकि सूर्य इस राशि के स्वामी है, जो शनिदेव के पिता भी माने जाते है, तो ऐसे में इस राशि के लोगों के लिए काली उड़द की दाल खाना भी काफी शुभ होगा।

कन्या राशि : गौरतलब है कि इस राशि के लोगों को शनिदेव के बीज मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नमः” का नियमित जप करना चाहिए। जी हां ऐसा करने से आप पर या आपके घर पर शनि का प्रकोप भी कम हो जाएगा।

तुला राशि : अब अगर हम तुला राशि वालों की बात करे तो शनि के उपाय के रूप में इन्हे हर रोज शमी के वृक्ष को जल दे कर उसकी पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही शाम को हर रोज सरसों के तेल का दीपक भी जलाना चाहिए।

शनि जयंती के अवसर पर

वृश्चिक राशि : इस राशि वाले लोगों को शनि जयंती के इलावा हर शनिवार को किसी जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए। ऐसे में आप चाहे तो किसी जरूरतमंद को काले कपड़े या काले जूते भी दान कर सकते है।

शनि की साढ़ेसाती से बचने के लिए करे ये उपाय :

धनु राशि : इस राशि के लोग शनि जयंती के दिन चींटियों के स्थान पर चीनी और गेहूं का आटा डाले। इससे न केवल आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी, बल्कि शनि की ग्रहदशा का प्रभाव भी कम होगा।

मकर राशि : बता दे कि इस राशि वाले लोगों को शनि जयंती के दिन महाराज दशरथकृत नील शनि स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए।

कुम्भ राशि : अब अगर हम इस राशि की बात करे तो इस समय आपकी राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है। ऐसे में आप शनि के नक्षत्रों और शनि की होरा में उत्तम गुणवत्ता का नीलम रत्न पहन सकते है। बता दे कि इससे आपके ऊपर जो साढ़ेसाती का प्रभाव है, वह थोड़ा सा कम हो जाएगा और आप शनिदेव के प्रकोप से भी बच जायेंगे।

शनि जयंती के अवसर पर

मीन राशि : अब आखिर में हम मीन राशि वालों की बात करते है। बता दे कि शनि जयंती के अवसर पर आपको सुबह स्नान करने से पहले पूरे शरीर की सरसों के तेल से मालिश करनी है। फिर स्नान करने के बाद शनिदेव का ध्यान करे और खुद से छोटों के साथ अच्छा व्यव्हार करे। इसके साथ ही किसी धार्मिक स्थल के मुख्य द्वार पर साफ सफाई करे।

तो दोस्तों शनि जयंती के दिन अपनी राशि के अनुसार ये उपाय जरूर करे और शनिदेव का आशीर्वाद पाएं।

नोट : हमारे द्वारा बताई गई राशि ग्रह नक्षत्र के आधार पर आपके जीवन की घटनाओं से अलग हो सकती है, राशि से सम्बंधित पूरी जानकारी के लिए एक बार किसी पंडित या ज्योतिषी से जरूर मिलें।

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