अगर आप मांगलिक दोष से परेशान हैं तो मंगलवार के दिन करें ये उपाय, मिलेगी बनते कामों की रूकावट से राहत
मांगलिक दोष को कैसे दूर करें : बता दे कि जब इंसान की कुंडली में मंगल दोष का प्रवेश होता है, तो उसकी जिंदगी में कई बड़ी बड़ी घटनाएं होती है। इसलिए हम आपको मंगल दोष के निवारण और इसके उपायों के बारे में विस्तार से बताना चाहते है। जी हां जब मंगल ग्रह कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाग में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में मंगल दोष बनता है। हालांकि मंगल ग्रह की यह स्थिति दांपत्य जीवन के लिए ज्यादा अशुभ होती है।
मांगलिक दोष को कैसे दूर करें
मंगल दोष के निवारण और सार :
गौरतलब है कि कुंडली में मंगल दोष या मांगलिक दोष मंगल ग्रह से बनने वाला दोष है और शादी विवाह जैसी रस्मों मंगल दोष को लेकर काफी विचार किया जाता है। यानि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष हो तो ऐसे व्यक्ति को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बहरहाल कुंडली में मंगल दोष होने से कर्ज का बोझ बढ़ जाता है और जमीन से संबंधित कई मुश्किलें आती है। इसके साथ ही व्यक्ति को रक्त से संबंधित बीमारियां भी हो सकती है। ऐसे में हम आपको बताना चाहते है कि कुंडली में मंगल दोष कैसे बनता है और इसके लक्षण क्या है तथा इसके अशुभ प्रभावों से कैसे बचा जा सकता है।
मंगल दोष के लक्षण :
बता दे कि व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह के कुछ निश्चित भाव के बैठने के कारण यह दोष बनता है और मंगल ग्रह जब कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति मंगल दोष बनता है। हालांकि अगर मंगल पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि पड़ जाएं तो मंगल दोष का प्रभाव कुछ कमजोर हो जाता है। अब अगर हम मंगल दोष के लक्षणों की बात करे तो जब विवाह के समय ऐसी स्थिति बनती है तो जातक का स्वभाव बहुत तेज, गुस्सैल और अहंकारी हो जाता है। जी हां असल में चतुर्थ में मंगल, जीवन में सुखों की कमी करता है और इससे पारिवारिक जीवन में कई कठिनाइयां आती है।
इसके इलावा सप्तम भाव में मंगल होने से वैवाहिक संबंधों में मुश्किलें आती है और अष्टम भाव में स्थित होने से मंगल विवाह के सुख में कमी आती है तथा ससुराल से रिश्ते बिगड़ जाते है। इसके इलावा द्वादश भाव में मंगल का होना वैवाहिक जीवन में कठिनाई, शारीरिक क्षमताओं में कमी, क्षीण आयु, रोग और कलह को जन्म देता है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि आप इन उपायों से मंगल दोष का निवारण कर सकते है।
मंगल दोष से बचने के उपाय :
जी हां कुंडली में मंगल को बली बनाने के लिए ॐ भौमाय नमः और ॐ अं अंगारकाय नमः मंत्र का जाप करे। इसके साथ ही हर पहले मंगलवार को व्रत रखे और हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटे। बहरहाल मंगलवार को हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करे और मंगलवार के दिन लाल कपड़े पहने। इसके साथ ही हनुमान मंदिर में लाल सिंदूर चढ़ाएं और जरूरतमंद लोगों को लाल मसूर तथा लाल कपड़े दान करे। अगर आप कुंडली से मंगल दोष को कम करना चाहते है तो मंगल दोष को कम करने के लिए लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल गुलाल, दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से पूजा करनी चाहिए। तो ये है मंगल दोष के निवारण और उसके उपाय, दोस्तों आपको ये जानकारी कैसी लगी, इस बारे में हमें अपनी राय जरूर दीजियेगा।