युवक को प्यार हुआ चार बच्चों की मां से, युवक ने लिया शादी करने का फैसला, दोनों की उम्र में है इतने साल का अंतर
आपने अक्सर सुना होगा कि प्यार अंधा होता है और ये कब किससे हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। जी हां प्यार दुनियादारी, ऊंच नीच, धर्म और उम्र के अंतर को नहीं देखता। बहरहाल आज जिस जोड़ी के बारे में हम बात करने जा रहे है, उनका किस्सा भी कुछ ऐसा ही है, जहां चार बच्चों की मां से युवक को हुआ प्यार और फिर युवक ने शादी करने का फैसला कर लिया। बता दे कि ये अनोखा किस्सा खगड़िया से सामने आया है, जहां रवि और मानत्ती के प्यार तथा उनकी अनोखी शादी की चर्चा ने दरियापुर पंचायत के पंचखुट्टी नयागांव में हलचल सी मचा दी। चलिए आपको इस किस्से के बारे में विस्तार से बताते है।
युवक को हुआ प्यार चार बच्चों की मां से :
दरअसल जिस युवक को प्यार हुआ था वह जोरावरपुरा पंचायत के अंतर्गत शिरोमणि टोला का रहने वाला है और युवक के पिता का नाम कैलाश चौधरी है। जब कि इक्कीस साल के इस युवक को जिससे प्यार हुआ वह दरियापुर पंचायत के पंचखुट्टी नयागांव की रहने वाली है और चार बच्चों की मां है। आपको जान कर हैरानी होगी कि उन दोनों का प्यार दो साल से चल रहा था और दोनों के आस पास के स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला के घर अक्सर युवक आता जाता रहता था।
इस वजह से दोनों के प्यार पर नहीं गया गांव वालों का ध्यान :
हालांकि उनके परिवार वालों ने बताया कि बाढ़ के कारण कभी किसी का उन दोनों पर ध्यान नहीं गया, क्योंकि सब लोग खेतों को जो हानि हुई थी उसमें उलझे हुए थे। जिसके चलते ये दोनों अक्सर मिलते रहते थे। गौरतलब है कि एक दिन गांव वालों की नज़र इन दोनों पर पड़ गई और फिर दोनों को पंचायत के सरपंच के सामने ले जाया गया, जहां दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे। इसके बाद पंचनामा कागज बना कर कई गांव वालों के सामने युवक ने महिला की मांग में सिंदूर भर दिया।
दो साल से चल रहा था दोनों के बीच प्यार का सिलसिला :
यहां गौर करने वाली बात ये है कि युवक और महिला दोनों अलग अलग जाति से है और महिला के पति की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी। वही जब शादी के बाद बच्चों को रखने की बात आई तो महिला ने लिखित रूप में ये स्वीकार किया कि शादी के बाद दो बच्चे उनके पास रहेंगे और दो बच्चे दादी के पास रहेंगे। इसके बाद युवक तथा महिला को बच्चों सहित विदा कर दिया गया। यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो जब महिला से युवक को हुआ प्यार तो उसने किसी की परवाह न करते हुए सिर्फ अपने प्यार का साथ देने के बारे में सोचा और जीवन भर महिला का साथ देने का वचन दिया।