इसमें कोई शक नहीं कि आज के डिजिटल युग में कई बार तकनीकी खराबी होने के कारण बहुत बड़ी गड़बड़ हो सकती है और इस बार जो गड़बड़ हुई है, उसकी वजह से एक छात्रा को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ा। जी हां मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक बड़ा ही दयनीय मामला सामने आया है, जिसमें छिंदवाड़ा के नजदीकी क्षेत्र की रहने वाली एक छात्रा ने ऑनलाइन पोर्टल पर अपना नीट का रिजल्ट देखा था। बहरहाल नीट एग्जाम में छः नंबर देख कर वह छात्रा इतनी निराश हुई कि उसने मौ’त को ही गले लगा लिया और हमेशा के लिए इस दुनिया से चली गई।
मार्क्स देख कर निराश हुई छात्रा ने की खुद’कुशी :
बता दे कि इस छात्रा का नाम विधि सूर्यवंशी था और ये छात्रा डॉक्टर बनना चाहती थी। मगर जब इस छात्रा ने अपना नीट का रिजल्ट देखा तो काफी निराश हो गई और अपने कमरे में जा कर फां’सी लगा ली। यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि विधि के मार्क्स छः से कही ज्यादा थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण विधि को इतने ही मार्क्स दिखाई दिए। यहाँ तक कि विधि के परिवार वालों को भी इस बात पर यकीन नहीं था कि उसके इतने कम मार्क्स होंगे और इसी शक के चलते विधि के परिवार वालों ने उसके ओएमआर शीट पर मार्क्स दोबारा दिखे तो पता चला कि विधि को पांच सौ नब्बे मार्क्स मिले थे।
छात्रा के कहने के बाद सामने आएं असली मार्क्स :
मगर अफसोस कि तब तक काफी देर हो चुकी थी, क्यूकि कम मार्क्स देख कर विधि को काफी गहरा धक्का लगा था और इसी वजह से उसने तुरंत आत्मलीला कस फैसला कर लिया था। फ़िलहाल तो विधि के श’व को पोस्ट’मार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस इस केस की जाँच कर रही है। हालांकि विधि ने अपने जो मार्क्स पहले देखे थे वो सही नहीं थी, लेकिन फिर भी अब सही मार्क्स सामने आने से विधि तो लौट कर वापिस नहीं आ सकती। शायद इसी को किस्मत का खेल कहते है, जिसके बारे में उस विधाता के इलावा कोई नहीं जानता।
तकनीकी खराबी के कारण चली गई छात्रा की जान :
वैसे इसमें कोई दोराय नहीं कि विधि से पहले भी ऐसे कई स्टूडेंट्स होंगे जो कम मार्क्स के कारण इस दुनिया को अलविदा कह चुके है और एग्जाम के नतीजे सामने आने के बाद हर साल ऐसा ही होता है। बस फर्क सिर्फ इतना है कि कई बार स्टूडेंट्स तकनीकी खराबी का शिकार हो जाते है तो कई बार तनाव के कारण मौ’त को गले लगा लेते है। अब आप खुद विधि के केस को ही देख लीजिये, जिसमें नीट एग्जाम में छः नंबर देख कर विधि ने तुरंत खुद को खत्म करने का फैसला कर लिया और एक बार भी अपनी जिंदगी के बारे में नहीं सोचा। ऐसे में हम तो यही उम्मीद करते है कि ईश्वर उसकी आत्मा को शांति दे।