आखिर राहुल गांधी ठंड क्यों नहीं लगती, क्या विज्ञान के पास है इसका जवाब, जानिए एक्सपर्ट की राय
इसमें कोई शक नहीं कि पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है और ऐसी ठंड में लोग घरों से बाहर निकलने से भी डर रहे है। मगर इतनी ठंड होने के बावजूद भी राहुल गांधी महज एक टीशर्ट पहने हुए नज़र आ रहे है। शायद इस कड़ाके की ठंड का राहुल गांधी पर कोई असर ही नहीं पड़ रहा है। बहरहाल राहुल गांधी को ठंड लगती है या नहीं ये तो हम नहीं जानते, लेकिन राहुल गांधी ने इस ठंड में भी महज एक टीशर्ट क्यों पहन रखा है, इसके पीछे की वजह हम आपको जरूर बताना चाहते है।
राहुल गांधी को ठंड क्यों नहीं लगती :
बता दे कि राहुल गांधी तब दिल्ली की सड़कों पर घूम रहे थे, जब उन्होंने एक टीशर्ट पहनी हुई थी और इसलिए उनका इस तरह से घूमना चर्चा का विषय बन गया। अब ये तो सब को मालूम है कि हर रोज फिजिकल एक्टिविटी करने वाले का मेटाबॉलिज्म काफी अच्छा होता है और इसलिए ऐसी लोगों को ठंड कम लगती है। जी हां जिस तरह से राहुल गांधी हर रोज भारत जोड़ो यात्रा में कई किलोमीटर तक वॉक करते है और इस रेगुलर एक्सरसाइज के चलते उनकी फिजिकल फिटनेस भी अच्छी है। यही वजह है कि उन्हें ठंड नहीं लगती।
यहां गौर करने वाली बात ये है कि पूरा उत्तर भारत ठंड की चपेट में है और शीतलहर के चलते लोग अपने घरों से कम बाहर निकल रहे है। ऐसे में राहुल गांधी सिर्फ एक टीशर्ट पहन कर सड़कों पर घूम रहे है। गौरतलब है कि इस बारे में अमेरिकन जर्नल ऑफ ह्यूमन जेनेटिक्स में छपी एक स्टडी में भी बताया गया कि जिन लोगों के मसल फाइबर में एल्फा एक्टिनिक 3 नाम का प्रोटीन कम होता है, उनमें ठंड झेलने की क्षमता बाकी लोगों से ज्यादा होती है। बहरहाल सर्द हवाओं का असर सीधा हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम पर पड़ता है और पूरे साल इस सिस्टम में एक म्यूकस की लेयर बनी रहती है, जो हमें जर्म्स से बचा कर रखती है।
बहुत कम लोगों में होती है ये क्षमता :
बता दे कि अधिक तापमान में रहने और काम कर पाने की क्षमता दुनिया की आठ सौ करोड़ की आबादी में से लगभग एक सौ पचास करोड़ लोगों में ही पाई जाती है। जी हां अमेरिकन जर्नल ऑफ ह्यूमन जेनेटिक्स में प्रकाशित एक शोध के अनुसार यह इंसान के फास्ट ट्विच स्केलेटल मसल फाइबर में ए एक्टिनिन 3 नाम के प्रोटीन के भाव की वजह से होता है। वही करोलिंस्का इंस्टिट्यूट के फिजियोलॉजी और फार्माकोलॉजी विभाग के शोधकर्ताओं का मानना है कि कुछ इंसानों में ए एक्टिनिन 3 की कमी होती है और कंकाल के मसल थर्मोजेनेसिस में बदलाव की वजह से ठंड के दौरान ये लोग अपने शरीर के तापमान को बनाएं रखते है।
बता दे कि शरीर का तापमान हमारे मस्तिष्क में थर्मोरेगुलेटरी सेंटर द्वारा नियंत्रित रहता है और ठंड की सहनशीलता शारीरिक रूप से बेसल मैटाबॉलिक रेट पर निर्भर करती है, जो शरीर में वसा और मेडिकल कंडीशन से मिल कर बनता है। बहरहाल राहुल गांधी का इम्यून सिस्टम काफी अच्छा है और पृथ्वी पर हम में से कुछ लोगों की फिजियोलॉजी में अनोखे परिवर्तन अचानक नहीं होते बल्कि ये लाखों सालों की विकासवादी प्रक्रिया है। जिसने बाहरी परिवर्तनों के प्रति कुछ लोगों को अतिसंवेदनशील बना दिया है। जब कि कुछ लोगों की सहन शक्ति बहुत ज्यादा होती है। यही वजह है कि बाकी लोगों के मुकाबले राहुल गांधी को ठंड कम लगती है और इस ठंड में भी वह महज एक टीशर्ट से ही संतुष्ट है।