देवर से प्रेम प्रसंग के चक्कर में पत्नी ने अपने ही पति को किया खत्म, बाद में ऐसे हुआ इस बात का खुलासा
बता दे कि बीते महीने की 26 जुलाई को पुरबपाली के निकट स्थित मेडिकल कॉलेज के इलेक्ट्रीशियन पप्पू गुप्ता के हत्या;कांड का मामला एसपी डॉक्टर इनामुल हक मेंगनु के द्वारा गठित एसआईटी ने उछवेदन किया था। जी हां इस हत्याकांड की साजिश खुद पप्पू गुप्ता की पत्नी प्रीति गुप्ता ने रची थी, जिसने अपने देवर से प्रेम प्रसंग के चक्कर में खुद ही अपने पति की हत्या कर दी। ऐसे में पुलिस ने इस केस का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी, देवर और एक शूटर को भी गिरफ्तार कर लिया है। तो चलिए अब आपको इस मामले के बारे में सब कुछ विस्तार से बताते है।
देवर से प्रेम प्रसंग के चक्कर में पत्नी ने ली अपने ही पति की जान :
गौरतलब है कि एसआईटी ने इस घटना के तहत आरोपी की पत्नी के साथ साथ तीन आरोपियों को नवगछिया के गोपालपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है और इन आरोपियों ने एक शूटर भी शामिल था। जी हां असल में मृतक का भाई राजकुमार शाह, शूटर सूरज और आरोपी महिला प्रीति गुप्ता नवगछिया गोपालपुर के रहने वाले थे। वही अगर सूत्रों की माने तो एसपी ने बताया कि बीते महीने छब्बीस जुलाई की रात को एसजीएम मेडिकल कॉलेज के कर्मी पप्पू गुप्ता की गोली मार कर ह;त्या कर दी गई थी और हत्या के बाद एसआईटी का गठन किया गया था।
जिसके बाद टीम के द्वारा पप्पू गुप्ता और उनकी पत्नी के मोबाइल की छानबीन की गई और फिर पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे जिससे केस का खुलासा करने में मदद मिल सकती थी। बहरहाल मोबाइल की छानबीन करने के बाद पुलिस की टीम को कार्रवाई करने के लिए किशनगंज से नवगछिया भेजा गया और वहां मृतक के भाई को पकड़ कर उससे कड़ी पूछताछ की गई। जिसके बाद मृतक की पत्नी और शूटर को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इसके इलावा आरोपी के पास एक देशी कट्टा, एक चाकू, एक फाइटर और छह मोबाइल भी बरामद किए गए।
पत्नी ने देवर के साथ मिल कर रची थी अपने पति की हत्या करने की साजिश :
बता दे कि जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि पत्नी प्रीति गुप्ता ने अपने देवर के साथ मिल कर अपने पति की ह;त्या की साजिश रची थी और प्रीति गुप्ता बीएससी नर्सिंग की तीसरे वर्ष की छात्रा थी। इसके साथ ही ये भी पता चला कि प्रीति गुप्ता का अपने देवर से प्रेम प्रसंग चल रहा था और दोनों का प्यार इतना बढ़ चुका था कि प्रीति गुप्ता ने अपने पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
जी हां उसने अपने देवर के साथ मिल कर शूटर को किशनगंज बुला लिया और फिर पप्पू गुप्ता को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया। हालांकि पुलिस को इस हत्याकांड के बाद पहले दिन से ही मृतक की पत्नी पर शक हो गया था और यही वजह है कि पुलिस ने मृतक के साथ साथ उसकी पत्नी का फोन का कब्जे में ले लिया था।
जब कि पत्नी ने अपने पति की मौत के बाद अस्पताल में नकली आंसू भी बहाएं थे ताकि किसी को शक न हो, लेकिन पुलिस हत्या के दिन से ही प्रारंभिक जानकारी के साथ पत्नी पर जांच का दायरा बनाए हुए थी। वही एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी के नेतृत्व में गठित एसआई टीम में सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सह, अवर निरीक्षक संजय कुमार, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक कुणाल कुमार, रूपाली कुमारी, राहुल कुमार, सुमेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक संजय यादव, प्रमोद कुमार और मनीष कुमार भी शामिल थे। जिन्होंने लगातार केस के संबंध में अपनी छानबीन जारी रखी और आखिरकार हत्या की गुत्थी को सुलझा ही दिया।