पापा ने बेटी को गिफ्ट की स्कूटी, लेकिन मिला ऐसा नंबर कि शर्म से पानी-पानी हुआ पूरा परिवार
बता दे कि दिल्ली में रहने वाले एक शख्स ने अपनी बेटी को स्कूटी गिफ्ट की थी, ताकि उनकी बेटी आसानी से एक जगह से दूसरी जगह आ जा सके और बेटी भी इस स्कूटी को पा कर काफी खुश थी, लेकिन जब इस स्कूटी का नंबर प्लेट सामने आया, तब हर कोई हैरान रह गया। जी हां जब पिता ने बेटी को गिफ्ट की स्कूटी तब उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि गिफ्ट की हुई स्कूटी का नंबर प्लेट ऐसा होगा। आपको जान कर हैरानी होगी कि स्कूटी का नंबर प्लेट ऐसा था जिसके कारण न केवल बेटी को बल्कि पूरे परिवार को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। (तस्वीरें-सांकेतिक)
पिता ने बेटी को गिफ्ट की स्कूटी, पर हो गई है ये दिक्कत :
हालांकि इस बारे में आरटीओ से भी बात की गई, लेकिन फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला। दरअसल बात ये है कि स्कूटी के नंबर के बीच स:क्स लिखा हुआ है और इसी वजह से अब लड़की को ये स्कूटी चलाने में काफी शर्म आ रही है। यहां गौर करने वाली बात है है कि आरटीओ ने यह नंबर जानबूझ कर नहीं दिया, बल्कि नियमों के अनुसार ही जारी किया है। मगर ये बात जमाने भर को कैसे समझाएं। बहरहाल इस समस्या से निजात पाने के लिए परिवार वाले डीलर के पास भी गए थे, लेकिन वह उनकी परेशानी समझने की बजाय उल्टा उनसे ही बुरे तरीके से पेश आने लगा। यानि डीलर के पास जाने से भी इस समस्या का कोई समाधान नहीं मिला।
गौरतलब है कि स्कूटी का रजिस्ट्रेशन नंबर डीएल3 S:EX**** है और यहां DL का मतलब दिल्ली और 3 का मतलब डिस्ट्रिक कोड है। इसके इलावा s का मतलब दोपहिया और EX सीरीज नंबर है। तो वही बाकी के चार अंक सामान्यता कंप्यूटर से अलॉट होते है। अब यूं तो S और EX दोनों अलग अलग है, लेकिन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में वो एक साथ लिखे है, जिसके कारण इसे पढ़ने पर स:क्स पढ़ा जाता है।
स्कूटी के नंबर प्लेट के कारण झेलनी पड़ी शर्मिंदगी :
अगर सूत्रों की माने तो नंबर जारी करने की प्रक्रिया कंप्यूटर द्वारा ही होती है और इसमें कर्मचारियों का कोई रोल नहीं रहता। ऐसे में अब जो नंबर अलॉट हो चुका है, उसमें कोई बदलाव भी नहीं हो सकता। हालांकि अगर परिवार वाले चाहे तो वे स्कूटी का एनओसी लेकर किसी पास के जिले में जा कर स्कूटी का नया नंबर ले सकते है।
इस बारे में लड़की का कहना है कि वह दिल्ली में रहती है, लेकिन उसका ऑफिस नोएडा में है। इससे पहले वह हर रोज बस और मेट्रो से जाती थी, लेकिन फिर उसके पिता ने उसे स्कूटी दिला दी। बता दे कि पहले तो स्कूटी का अस्थाई नंबर मिला था, लेकिन फिर जब स्थाई नंबर आया तो हर कोई हैरान रह गया। ऐसे में जब वह स्कूटी लेकर जाती है, तो आस पास के लोग उन पर कमेंट करते है और लड़की को इससे काफी शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है। फिलहाल तो पिता ने बेटी को जो स्कूटी गिफ्ट की है, वो उसके लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। दोस्तों इस बारे में आपका क्या कहना है, अपनी राय हमें जरूर बताइएगा।