बता दे कि चीन में कोरोना वायरस दोबारा फैलने की खबर सामने आ रही है, जिसके चीन के तीन शहरों को सील कर दिया गया है। जी हां दरअसल बात ये है कि इससे पहले चीन ने कोरोना वायरस पर नियंत्रण करने का दावा किया था, लेकिन फिर हेबेई प्रांत के तीन शहरों शिजियाजुआंग, जिंगताई और दिंगझाऊ में वायरस मिलने के कारण लॉक डाउन लगाना पड़ा। यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो जो चीन में दोबारा फैला वायरस है, उससे लोगों को बचाने के लिए ही इन शहरों को सील किया गया है। हालांकि इससे पहले साल 2019 के अंत में चीन के वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद चीन ने तेजी से सख्ती दिखाते हुए लॉक डाउन लगा दिया था।
अब चीन में दोबारा फैला वायरस :
यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि तब भी चीन ने इस बात का दावा किया था कि कोरोना वायरस पर काबू पा लिया गया है, लेकिन इस दावे के बाद पूरे देश का क्या हाल हुआ था, ये तो सब को मालूम ही है। वही अगर हम इस साल की बात करे तो नए साल का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर काफी भीड़ जमा हो गई थी। ऐसे में अब दोबारा कोरोना वायरस के मामले सामने आने से चीन की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है और चीन के उत्तर में स्थित हेबेई प्रांत में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के एक सौ सताईस मामले सामने आये है। यहाँ तक कि एक सौ तेरासी में सूक्ष्म संक्रमण पाया गया है।
बढ़ गई है चीन की चिंता :
इस बारे में हेबेई प्रशासन का कहना है कि लोगों को बिना किसी जरूरी कारण से घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही वाहनों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है और घरों की निगरानी भी की जा रही है, ताकि कोई भी नियमों का उल्लंघन न कर सके। केवल इतना ही नहीं इसके इलावा हेबेई प्रान्त के निवासियों को बीजिंग में जाने या राज्य से बाहर निकलने पर भी रोक लगा दी गई है। इस मुद्दे को लेकर चीन के अधिकारियों का कहना है कि ये वायरस चीन में बाहर से आने वाले यात्रियों के द्वारा पहुंचा है। जी हां अगर चीन के स्थानीय विशेषज्ञों की माने तो हेबेई में पाएं गए कोरोना वायरस और देश के दूसरे हिस्से में फैले वायरस में काफी अंतर है।
स्थानीय प्रशासन सख्ती से कर रहा है काम :
वैसे जो लोग नहीं जानते उन्हें हम बताना चाहते है कि चीन में नया साल तिथियों के अनुसार मनाया जाता है, जो चौदह फरवरी को पड़ता है। ऐसे में ग्यारह से लेकर 17 फरवरी तक छुट्टी भी की जाती है। हालांकि बीजिंग के एक अधिकारी का कहना है कि इस बार नया साल काफी साधारण तरीके से मनाया जा सकता है, क्यूकि फिलहाल लोगों को भीड़ जमा करने की अनुमति नहीं है। बता दे कि परीक्षण को तेज करते हुए अब तक दोनों शहरों के सतावन लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। ऐसे में एक जगह कोरोना के तेंतीस मामले और दूसरी जगह इक्यावन मामले सामने आएं थे। इसका मतलब ये है कि जो चीन में दोबारा फैला वायरस है, उसे लेकर वहां का प्रशासन काफी सख्ती से काम कर रहा है।