किडनी खराब होने पर हमारा शरीर देता है ये संकेत, नजरअंदाज करना पड़ सकता है आपको भारी
किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा होता है। हर शारीरिक अंग की तरह किडनी का फिट रहना भी बहुत ही जरूरी होता है। किडनी हमारे रक्त में मौजूद गंदगी को फिल्टर करने का कार्य करता है। इसके साथ ही शरीर में शुद्ध रक्त का संचार हो सके, इसके लिए भी हमारे गुर्दे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब भी किडनी फंक्शन में जरा सी भी समस्या उत्पन्न हो जाती है, तो इसका प्रभाव हमारे शरीर पर साफ साफ नजर आने लगता है।
किडनी फेल होने पर शरीर देती है ये संकेत :
- बेवजह थकान महसूस कर सकते हैं।
- आपको भूख नहीं लगती है।
- रात में नींद ना आने की समस्या हो सकती है।
- सांस लेने में तकलीफ महसूस हो सकती है।
- पैरों में सूजन की समस्या हो जाती है।
- हड्डियां कमजोर होने लगती है।
- मांस पेशियों में दर्द रहने लगता है।
- पेशाब बनने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है।
- वजन अचानक कम हो जाता है।
- शरीर में सूजन आना खासकर चेहरे पर सूजन आ जाता है।
- जी मिचलाना उल्टी होना भी शामिल है।
- वजन अचानक से कम हो जाता है।
यूरिन के कलर में बदलाव :
अगर किडनी में समस्या होती है तो प्रोटीन ज्यादा बाहर निकलने लगता है, इससे यूरिन का रंग पीला या भूरा होने लगता है। कई मामलों में यूरिन में झाग और खून निकलने की भी स्थिति पैदा हो जाती है।
त्वचा में खुजली :
अगर किडनी में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने लगती है, तो इसकी वजह से विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं तो यह गंदगी रक्त में जमा होने लगती है और यही त्वचा में खुजली का कारण बन जाती है। जब आपको यह संकेत मिलते हैं, तो ऐसी स्थिति में समय रहते आपको सावधान हो जाना चाहिए।
चेहरे और पैर में सूजन होना :
जब किडनी हमारे शरीर से सोडियम को बाहर नहीं निकाल पाती है, तो ऐसी स्थिति में हमारे शरीर में यह जमा होने लगता है जिसके कारण पैर और चेहरे में सूजन की समस्या पैदा होने लगती है।
मांसपेशियों में ऐंठन :
अगर किडनी खराब हो जाए तो इसकी वजह से पैरों और मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है क्योंकि सोडियम, कैल्शियम, पोटेशियम या अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स के लेवल में इंबैलेंस होने लग जाता है।
सांस फूलना :
अगर बार बार सांस फूलने की समस्या है, तो ऐसी स्थिति में आपको समझ जाना चाहिए कि आपको किडनी से संबंधित समस्या हो सकती है क्योंकि ऐसी स्थिति में रीथ्रोपॉयटीन नामक हार्मोन का प्रोडक्शन प्रभावित होता है। यह हार्मोन आरबीसी को बनाने में मदद करता है।
किडनी फेल होने के कारण :
- खराब खान-पान और जीवनशैली।
- डायबिटीज किडनी स्टोन डिजीज।
- प्रोस्टेट बढ़ जाना।
- यूरिनरी ट्रैक्ट में ब्लड क्लॉट।
- ब्लड को कंट्रोल करने वाली नसों का कमजोर होना।
- किडनी के आसपास ब्लड क्लॉट्स।
- बॉडी में जरूरत से ज्यादा विषाक्त पदार्थ।
- पानी का कम पीना।
- ड्रग्स और शराब का सेवन।