पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है तनाव, जानिए इसे ठीक रखने के आसान उपाय
मॉडर्न लाइफस्टाइल में तनाव आम समस्या बन गया है, जो न केवल मानसिक स्वास्थ्य बल्कि शारीरिक और हार्मोनल संतुलन को भी प्रभावित करता है। खासकर पुरुषों के लिए, लंबे समय तक तनाव के प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। तनाव के दौरान शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है, जो टेस्टोस्टेरोन के लेवल को कम कर सकता है। यह हार्मोनल असंतुलन न केवल पुरुषों के यौन स्वास्थ्य पर असर डालता है, बल्कि मांसपेशियों की ताकत, एनर्जी लेवल और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। तनाव के कारण पुरुषों में नींद की समस्या, थकावट और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं।
तनाव का पुरुषों के हार्मोन पर प्रभाव
हार्मोनल असंतुलन :
जब आप तनाव में होते हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल का उत्पादन बढ़ जाता है। हाई कोर्टिसोल लेवल शरीर में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को कम करता है, जिससे पुरुषों में थकान, कम ऊर्जा और यौन इच्छा में कमी हो सकती है।
स्पर्म क्वालिटी पर असर :
लंबे समय तक तनाव से शुक्राणु उत्पादन और क्वालिटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे प्रजनन संबंधी समस्याएं यानी फर्टिलिटी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
मांसपेशियों की ताकत पर असर :
टेस्टोस्टेरोन की कमी से मांसपेशियों की ताकत कम हो सकती है और मोटापा बढ़ने लगता है।
हार्मोनल बैलेंस के लिए क्या करें
मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज :
हर दिन 10-15 मिनट ध्यान करने से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को कम किया जा सकता है। गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज और योग से शरीर को शांत किया जा सकता है और तनाव कम होता है।
नियमित एक्सरसाइज करें :
एरोबिक और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं।
हेल्दी डाइट :
जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स टेस्टोस्टेरोन उत्पादन में मदद करते हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स, जैसे कि फल और सब्जियां शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं और हार्मोनल बैलेंस बनाए रखते हैं। प्रोसेस्ड फूड्स से बचें, जंक फूड और हाई शुगर वाली चीजें कोर्टिसोल को बढ़ा सकती हैं।