त्वचा और बालों के लिए बेहद फायदेमंद है ऑलिव ऑयल, जानिए इसके फायदे, नुक्सान और इस्तेमाल करने का सही तरीका
Olive Oil Ke Fayde In Hindi : बता दे कि अगर आप ऑलिव ऑयल या जैतून के तेल का इस्तेमाल करते है, तो आपको यह जानकारी जरूर पढ़नी चाहिए। जी हां हाल ही में जैतून के तेल के फायदे को लेकर कई शोध किए गए और उनके अनुसार यह साबित हो चुका है कि ये तेल सेहत के लिए बहुत गुणकारी है। बहरहाल यह न केवल दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करता है बल्कि त्वचा और बालों के लिए भी काफी लाभकारी है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि जैतून का तेल जैतून के फलों से बनाया जाता है और अन्य तेलों की तुलना में इसकी कीमत भी काफी ज्यादा होती है।
Olive Oil Ke Fayde In Hindi
जैतून के तेल में पाएं जाने वाले पोषक तत्व :
बता दे कि ऑलिव ऑयल या जैतून के तेल में विटामिन ए, डी, ई और के पाएं जाते है। इसके साथ ही एंटी ऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते है। जी हां इसमें मुख्य रूप से पालीफेनोल, विटामिन ई, सायटोस्टेरोल, टायरोसोल, ओलियोकैंथोल आदि सब सक्रिय एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में पाएं जाते है।
जैतून के तेल के औषधीय गुण :
बता दे कि ऑलिव ऑयल में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट इंफ्लेमेशन को कम करते है और इसमें मौजूद पालीफेनोल, विटामिन ई और सायटोस्टेरोल कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाते है। जी हां यह हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा कोशिकाओं की रक्षा करती है।
जैतून तेल के फायदे : Olive Oil Ke Fayde In Hindi
गौरतलब है कि अब तक खाना पकाने के लिए सबसे ज्यादा सरसों के तेल के इस्तेमाल होता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में जैतून के तेल के फायदों को देखते हुए कुछ लोग खाना पकाने के लिए तथा त्वचा के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल करने लगे है। यहां तक कि बच्चों की मालिश करने के लिए भी इस तेल को इस्तेमाल करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है, क्योंकि यह हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के साथ साथ त्वचा को मुलायम भी रखता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार :
बता दे कि ऑलिव ऑयल में करीब सत्तर प्रतिशत मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है, जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। जी हां आयुर्वेद के अनुसार जैतून का तेल शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ा कर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है और इसलिए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए आप ऑलिव ऑयल का सेवन कर सकते है। बहरहाल रोजाना के खाने में सरसों के तेल की बजाय रिफाइंड ऑलिव ऑयल का ही उपयोग करे।
डिप्रेशन से आराम दिलाने में सहायक :
बता दे कि एक रिसर्च के अनुसार ऑलिव ऑयल शरीर में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाती है और सेरोटोनिन मस्तिष्क में पाया जाना वाला एक रासायनिक तत्व है। जो डिप्रेशन से लड़ने में मदद करता है। बहरहाल जैतून का तेल वात को कम करके डिप्रेशन से आराम दिलाता है।
कैंसर से करे बचाव :
बता दे कि जैतून का तेल शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। जी हां एक शोध के अनुसार ऑलिव ऑयल में मौजूद हाइड्रोजेट्रोसोल कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देती है और इसके साथ ही ऑलिव ऑयल में ओलियोरोपिन भी पाया जाता है। इसमें भी एंटीट्यूमर गुण होते है जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
हाइपरटेंशन :
बता दे कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में मौजूद पालीफेनोल शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। जी हां जैतून का तेल कैल्शियम चैनल ब्लॉकर की तरह काम करता है और हाइपरटेंशन के खतरे को कम करता है। बहरहाल अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित है तो जैतून के तेल का सेवन जरूर करे और रोजाना के खान पान में ऑलिव ऑयल का प्रयोग करे।
पाचन में सुधार :
बता दे कि जैतून का तेल पाचन तंत्र के लिए भी बेहद उपयोगी है और इसके नियमित सेवन से कब्ज़ जैसी समस्या से भी राहत मिलती है। जी हां आयुर्वेद के मुताबिक जैतून का तेल पेट की पाचक अग्नि को बढ़ा कर आंतों को मजबूती प्रदान करता है। जिससे पचे हुए खाने का अवशोषण और उसे बाहर निकालने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो ऑलिव ऑयल पूरे पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है। बहरहाल रात को सोने से पहले तीस मिलीलीटर ऑलिव ऑयल को गुनगुने पानी के साथ ले।
माइग्रेन के सिर दर्द से आराम :
बता दे कि दो महीने तक लगातार रोज ऑलिव ऑयल का की कुछ मात्रा का सेवन करने से माइग्रेन से आराम मिलता है। हालांकि इसे लेकर कोई पुष्टि अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन सिर दर्द होने पर जैतून के तेल से सिर की मालिश करे।
त्वचा के लिए फायदेमंद :
बता दे कि जैतून के तेल में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन ई त्वचा के लिए गुणकारी होती है, इसे त्वचा पर लगाने से त्वचा की चमक बढ़ती है। जी हां यह चेहरे की झुर्रियों और निशानों को भी कम करती है। जिससे बढ़ती उम्र का भी पता नहीं चलता। बहरहाल त्वचा के निखार के लिए हर रोज रात को सोने समय त्वचा पर जैतून का तेल लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करे। बहरहाल फिगारो ऑलिव ऑयल त्वचा की मालिश के लिए सबसे अच्छा ब्रांड माना जाता है।
दिल के लिए फायदेमंद :
बता दे कि कई शोध में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल दिल के लिए फायदेमंद होता है और दिल को कई बीमारियों से बचाता है। तो अगर आप दिल से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित है तो अपनी डाइट में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल को शामिल जरूर करे।
डायबिटीज से बचाव :
बता दे कि अगर आप ऑलिव ऑयल का सेवन करते है तो यह ब्लड प्रेशर के लेवल को कम करती है और अगर आप डायबिटीज के मरीज है तो ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग कर सकते है।
रूमेटाइड आर्थराइटिस से बचाव :
बता दे कि जो लोग अपने खान पान में जैतून के तेल का अधिक प्रयोग करते है, उनमें रूमेटाइड आर्थराइटिस होने का खतरा काफी कम हो जाता है। इसलिए बढ़ती उम्र के लोगों को इस तेल का सेवन जरूर करना चाहिए। जी हां हर रोज नियमित रूप से खाना पकाने में इस तेल का सेवन जरूर करे।
बालों के लिए फायदेमंद :
बता दे कि ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से बालों को जरूरी पोषण मिलता है और साथ ही डैंड्रफ तथा बालों में खुजली की समस्या भी दूर होती है। जी हां रात को सोने से पहले बालों में ऑलिव ऑयल लगाएं और सुबह हर्बल शैंपू से धो ले। इससे आपके बाल धीरे धीरे चमकदार और घने हो जायेंगे।
हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक :
गौरतलब है कि जैतून का तेल बढ़ती उम्र में हड्डियों से जुड़े रोग होने से बचाता है। तो ऐसे में आप जैतून के तेल को आहार में शामिल करने के साथ साथ इससे हड्डियों की मालिश भी कर सकते है।
दर्द से आराम :
बता दे कि ऑलिव ऑयल में पाया जाने वाला यौगिक ओलियोकैंथोल एक प्राकृतिक एंटी इंफ्लेमेटरी यौगिक की तरह काम करता है और इसके गुण काफी हद तक दर्द निवारक दवा जैसे ही होते है। यहां तक कि आयुर्वेद में भी जैतून के तेल के दर्द निवारक गुणों का उल्लेख मिलता है। बहरहाल जैतून के तेल की थोड़ी सी मात्रा हथेली पर लेकर उससे दर्द वाली जगह पर मालिश करे। इससे दर्द से जल्दी आराम मिलता है।
जैतून के तेल का सेवन करने का तरीका :
गौरतलब है कि कुछ लोग ये सोचते रहते है कि जैतून का तेल का इस्तेमाल कैसे करे तो आज हम आपको इस तेल का इस्तेमाल करने के दो तरीकों के बारे में विस्तार से बताना चाहते है। जी हां पहला तरीका ये है कि आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते है और दूसरा तरीका ये कि आप इस तेल को त्वचा या बालों पर लगा सकते है।
यहां गौर करने वाली बात ये है कि अगर आप खाना पकाने में तेल का इस्तेमाल करने चाहते है तो हर रोज पच्चीस से तीस मिलीलीटर या जरूरत के अनुसार ही ऑलिव ऑयल का सेवन करे।
वही अगर आप कैप्सूल के रूप में ऑलिव ऑयल का सेवन कर रहे है तो एक दिन में एक से दो कैप्सूल के सेवन लंच और डिनर के बाद गुनगुने पानी के साथ करे। जब कि अगर आप चेहरे पर ऑलिव ऑयल लगा रहे है तो इसकी कुछ मात्रा को नारियल के तेल या किसी अन्य मॉइश्चराइजर क्रीम के मिला कर हफ्ते में दो से तीन बार लगाएं।
हालांकि अगर आप बालों के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर रहे है तो रात को सोते समय बालों में ऑलिव ऑयल लगाएं और अगली सुबह हर्बल शैंपू से बालों को धो ले। बहरहाल हफ्ते में दो बार इसका इस्तेमाल करे।
बता दे कि अगर आप दर्द से राहत पाने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल करना चाहते है तो तेल को हल्का गुनगुना करे और दर्द वाली जगह पर इससे मालिश करे। इससे दर्द से जल्दी राहत मिलती है।
बता दे कि ऑलिव ऑयल कई प्रकार के होते है, जिनमें एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, वर्जिन ऑलिव ऑयल, रिफाइंड ऑलिव ऑयल और पोमेस ऑलिव ऑयल आदि प्रमुख है। बहरहाल एक्स्ट्रा वर्जिन खाने के लिए सबसे शुद्ध ऑलिव ऑयल माना जाता है और इसमें एसिडिटी लेवल भी बाकी ऑलिव ऑयल की तुलना में सबसे कम होता है।
यहां ध्यान रखने योग्य बात ये है कि आप सभी ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल खाना बनाने में नहीं कर सकते और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल का इस्तेमाल आप सलाद में ड्रेसिंग के तौर पर तथा सब्जियों को तलने में कर सकते है। जब कि वर्जिन ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल धीमी आंच पर कोई भी डिश बनाने में कर सकते है।
ऑलिव ऑयल के नुकसान और सावधानियां :
बता दे कि ऑलिव ऑयल का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है। इसलिए ऑलिव ऑयल का सेवन करते समय कुछ खास बातों का ध्यान जरूर रखे, जो इस प्रकार है।
संवेदनशील त्वचा वाले लोग : बता दे कि अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो इसे किसी ठंडी तासीर वाले तेल के साथ मिला कर ही इसका उपयोग करे।
तैलीय त्वचा वाले लोग जरूर करे परहेज : बता दे कि जिन लोगों की त्वचा तैलीय है उन्हें जैतून के तेल से परहेज करना चाहिए। वो इसलिए क्योंकि इससे त्वचा ज्यादा तैलीय हो जाती है और मुहांसे निकलने की संभावना भी बढ़ जाती है।
ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल करते रहे चेक : बता दे कि ऑलिव ऑयल में ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के लेवल को कम करने वाले गुण होते है। इसलिए अगर आप पहले से ही एंटी डायबिटिक और एंटीहाइपरटेंसिव दवाइयों का सेवन कर रहे है तो ऑलिव ऑयल के सेवन के दौरान अपना ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर नियमित समय पर चेक करते रहे।
बहरहाल अब जब आप जैतून तेल के फायदे और नुकसान के बारे में जान ही चुके है, तो हम उम्मीद करते है कि आप इस तेल का सेवन सावधानी से करेंगे और अगर इस तेल के सेवन से आपको किसी भी तरह के साइड इफेक्ट नज़र आएं तो एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करे। दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी इस बारे में हमें अपनी राय जरूर दीजियेगा।