स्वास्थ्य

पुरुषों के लिए वरदान है गोखरू का सेवन, मिलते हैं ये जबरदस्त फायदे, जानिये गोखरू के फायदे

गोखरू स्वास्थ्य के लिए उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है। गोखरू को ‘गोक्षुर’, त्रिकंटक, गोखरू कांटा (Tribulus terrestris, Land caltrops, Puncture vine) के नामों से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी जड़ी-बूटी है जिसका इस्तेमाल सदियों से स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है। गोखरू का फल, पत्ता और तना आयुर्वेद में औषधि के तौर पर प्रयोग किया जाता है। गोखरू आमतौर पर वनस्पति के रूप में जमीन पर फैली हुई मिलती है। मानसून के समय में गोखरू खेतों और जंगलों में अपने आप ही उग जाती हैं। गोखरू में क्वेरसेटन,केम्फेरोल, सैपोनिन, सोडियम, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। गोखरू को विटामिन ए, कैल्शियम और आयरन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। किडनी की पथरी का देसी इलाज गोखरू ही होता है।

गोखरू के फायदे :

यौन स्वास्थ्य को सुधारना :

गोखरू पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। इसके बारे में कई अध्ययनों ने सुझाव दिए हैं कि गोखरू पुरुषों के यौन इच्छा को बढ़ावा देने, एरेक्टाइल डिसफंक्शन (यौन नपुंसकता) को कम करने और स्वाभाविक यौन उत्साह को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

गोखरू में मौजूद एक प्राकृतिक पदार्थ होता है, जिसे “साप्टाकानंद्रा” कहा जाता है, और यह पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को सुधारने में मदद कर सकता है। इससे यौन संबंध बढ़ता है और यौन संबंध से जुड़ी समस्याएं भी कम हो सकती हैं।

शरीरिक स्थामित्य बढ़ाना :

गोखरू में मौजूद विशेष गुणधर्मों के कारण, यह शरीरिक स्थामित्य को बढ़ा सकता है, यह मसल संपत्ति को वृद्धि देने, मांसपेशियों को बढ़ाने और शारीरिक प्रदर्शन में सुधार करने में मदद कर सकता है।

गोखरू में मौजूद एक्टिव यौगिक शरीर के अंदर एंजाइम और हार्मोन्स की उत्पत्ति को प्रोत्साहित कर सकता है। इसके अलावा, इसके माध्यम से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होती है और ऊर्जा का स्तर भी बढ़ता है। यह शरीर की ताकत और विटालिटी को बढ़ा सकता है और यौन स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है।

शक्ति और ताकत को बढ़ाना :

Exercise

गोखरू पुरुषों को अधिक शक्ति और ताकत प्रदान कर सकता है। यह शरीर की ऊर्जा को बढ़ावा देता है और शारीरिक क्षमता को सुधार सकता है।

हार्मोन स्तर को संतुलित करना: गोखरू में मौजूद विशेष पदार्थों के कारण, यह पुरुषों के बॉडी में हार्मोन स्तर को संतुलित कर सकता है। यह टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ावा देने और अन्य हार्मोनों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

डायबिटीज के नियंत्रण में मदद :

गोखरू का सेवन डायबिटीज के नियंत्रण में सहायक हो सकता है। इसके माध्यम से रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है और इंसुलिन के उत्पादन और प्रवाह को सुधारता है। यह तरलता को बढ़ाकर रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे मधुमेह के प्रबंधन में सुधार हो सकता है।

गोखरू रक्त शर्करा स्तर को संतुलित करने में मदद करने के लिए इंसुलिन संबंधित प्रभावों को बढ़ाता है। इसके अलावा, यह शरीर की ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाता है और इंसुलिन के संप्रवाह को बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज के नियंत्रण में सुधार हो सकता है।

गोखरू के नुकसान :

अगर गोखरू को उचित मात्रा में और संबंधित निर्देशों के अनुसार उपयोग किया जाए, तो इसके नकारात्मक प्रभाव बहुत कम होते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को गोखरू के प्रति अलर्जी या प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। इसलिए, इसका उपयोग करने से पहले आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। गोखरू के अधिक मात्रा में उपयोग करने पर कुछ लोगों को निम्नलिखित दुष्प्रभाव महसूस हो सकते हैं।

पेट की समस्याएं : अधिक मात्रा में गोखरू का सेवन करने से पेट में तकलीफ, गैस, पेट दर्द, और दस्त हो सकते हैं।

हार्ट पेशेंट्स के लिए : गोखरू का अधिक मात्रा में सेवन करने से हार्ट सम्बंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं, जैसे कि दिल की धड़कन तेज होना और रक्तचाप बढ़ना।

हार्मोनल प्रभाव : कुछ मामलों में, अधिक मात्रा में गोखरू का सेवन करने से हार्मोनल संतुलन पर असर हो सकता है और महिलाओं के लिए गर्भाशय और स्तन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

शरीर की गर्मी :  गोखरू गर्म तासीर वाली होती है और अधिक मात्रा में सेवन करने पर शरीर की गर्मी बढ़ सकती है, जिससे पसीना बढ़ सकता है और तापमान बढ़ सकता है।

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