अनेक रोगों के लिए फायदेमंद है दिव्य शुद्धि चूर्ण, जानिए इसका उपयोग और खुराक, लेकिन लेने से पहले दुष्प्रभाव भी जान लीजिए
दिव्य शुद्धि चूर्ण के फायदे : बता दे कि दिव्य शुद्धि चूर्ण आयुर्वेद का एक प्रोडक्ट है, जो पेट की समस्याओं को ठीक करने के साथ साथ पाचन क्रिया में सुधार लाने में भी सहायक है। फिलहाल हम आपको दिव्य शुद्धि चूर्ण की पूरी जानकारी यहां बताना चाहते है, ताकि आप इसके फायदे, नुकसान और इसके उपयोग से अच्छी तरह रूबरू हो सके। बहरहाल यह दवा पूरी तरह से हर्बल घटकों से बनी है और इसलिए यह पेट को बिना कोई नुकसान पहुंचाए अच्छा परिणाम ही देती है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि इसे खरीदने के लिए आपको डॉक्टर की पर्ची की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि यह एक ओवर द काउंटर उत्पाद है, जिसे काफी आसानी से खरीदा जा सकता है।
दिव्य शुद्धि चूर्ण के फायदे : Divya Shuddhi Churna Benefits In Hindi
अगर हम दिव्य शुद्धि चूर्ण के फायदों की बात करे तो यह पुरानी कब्ज, अपच, गैस, खट्टी डकारें, एसिडिटी, पेट फूलना, बदहजमी और कमजोर पाचन शक्ति आदि सब समस्याओं को दूर करने में काफी मददगार साबित होता है।
दिव्य शुद्धि चूर्ण की जानकारी, फायदा, नुकसान और उपयोग :
अब इसमें तो कोई शक नहीं कि वर्तमान समय में गलत या अनिश्चित समय पर आहार लेने के कारण पेट में बदहजमी, कब्ज और गैस आदि जैसी समस्याएं काफी आम हो चुकी है। हालाकि ये आम समस्याएं हमारे दिन भर की दिनचर्या को बिगाड़ सकती है। ऐसे में पेट की पाचन क्रिया को तंदुरुस्त बनाएं रखने के लिए बिना किसी डर के दिव्य शुद्धि चूर्ण का सेवन जरूर करना चाहिए। बता दे कि दिव्य शुद्धि चूर्ण में कई तरह के घटक मौजूद होते है। जैसे कि हरड़, बहेड़ा, भूमि आंवला, टंकण भस्म, जीरा, हींग और इंद्रायण आदि घटक होते है।
दिव्य शुद्धि चूर्ण में मौजूद होते है ये घटक :
हरड़ : सबसे पहले अगर हम हरड़ की बात करे तो इसे हरीतकी के नाम से भी जाना जाता है। जिसके रोजाना इस्तेमाल से पाचन तंत्र मजबूत रहता है और पेट की कई समस्याएं जैसे कि पुरानी कब्ज, बवासीर, भूख न लगना और अर्श आदि कई लक्षणों से छुटकारा मिल सकता है।
बहेड़ा : अब अगर बहेड़ा की बात करे तो इसका वानस्पतिक नाम टर्मिनलिया बेलिरिका है और इसे विभितकी के नाम से भी जाना जाता है। यह हमारे पेट के स्वास्थ्य को अच्छा बनाएं रखता है और एसिडिटी को कम करके पेप्टिक अल्सर से बचाव करने में सहायक है।
भूमि आंवला : बता दे कि यह गैस्ट्रिक बीमारियों की रोकथाम और उपचार करने में मददगार साबित हो सकता है और इसमें मौजूद गुण लिवर की रक्षा करने तथा इसे डैमेज होने से बचाने में सहायक है।
टंकण भस्म : इसमें मौजूद पाचन उत्तेजक गुण भूख में बढ़तोरी करते है और साथ ही यह पेट दर्द तथा अन्य पाचन से जुड़ी समस्याओं का निपटारा करने में सहायक है।
जीरा : बता दे कि जीरा में वायुनाशी गुण पाएं जाते है और इसलिए यह उदरशूल के मामलों में काफी फायदेमंद भी होता है। जी हां यह पाचन में जरूरी एंजाइम्स को उत्तेजित करता है और अपच, गैस, एसिडिटी तथा पेट दर्द की शिकायत को दूर करने में भी सहायक है।
हींग : बता दे कि इसका इस्तेमाल घरेलू मसालों की तरह किया जाता है, जो पेट की समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है।
इंद्रायन : अगर हम इंद्रायण की बात करे तो इसका इस्तेमाल कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है।
दिव्य शुद्धि चूर्ण की खुराक :
बता दे कि आप इसे सुबह और शाम दोनों टाइम ले सकते हो और इसका एक या दो छोटा चम्मच ही सेवन करे। इसके इलावा खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ ही इसका सेवन करे। बहरहाल कम से कम तीन महीने तक तो इसका सेवन जरूर करे और छोटे बच्चों को देने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लीजिए।
गौरतलब है कि इसका इस्तेमाल लंबे समय तक करना पड़ सकता है, इसलिए इस दवा का सही उपचार और इस की अवधि के बारे में जानने के लिए किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर ले लीजिए।
हालांकि इसके कुछ दुष्प्रभाव भी होते है। बता दे कि दिव्य शुद्धि चूर्ण का ज्यादा इस्तेमाल करने से दस्त, सुस्ती, पेट दर्द, ऐंठन और कमजोरी आदि सब दिक्कतें हो सकती है।
दिव्य शुद्धि चूर्ण की सावधानियां :
भोजन : बता दे कि विभिन्न खाद्य सामग्री के साथ दिव्य शुद्धि चूर्ण की प्रतिक्रिया को लेकर जानकारी अज्ञात है।
जारी दवाई : इसके इलावा अन्य जारी दवाई और घटक के साथ दिव्य शुद्धि चूर्ण की प्रतिक्रिया की उपयुक्त जानकारी नहीं है।
आदत लगना : बता दे कि दिव्य शुद्धि चूर्ण की आदत कभी नहीं लग सकती।
अल्कोहल : बता दे कि शराब के साथ इस चूर्ण का सेवन न करे।
गर्भावस्था : बता दे कि यह किसी भी महिला के लिए एक संवेदनशील अवस्था है और ऐसी स्थिति में इस चूर्ण का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लीजिए।
स्तनपान : हालांकि जो महिलाएं स्तनपान करवाती है उनके लिए यह चूर्ण लाभकारी है।
ड्राइविंग : बता दे कि दिव्य शुद्धि चूर्ण के सेवन से ड्राइविंग क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है। इसलिए आप बिना किसी झिझक के इसका सेवन करने के बाद ड्राइविंग कर सकते है।