पेट की अनेक समस्याओ के लिए रामबाण औषधि है दिव्य सर्वकल्प कवाथ, जानिए सर्वकल्प कवाथ के फायदे और सेवन विधि
दिव्य सर्वकल्प कवाथ के फायदे : इसमें कोई दोराय नहीं कि लिवर अर्थात यकृत शरीर का सबसे जरूरी अंग है और यही पित्त का निर्माण भी करता है, जो शरीर में भोजन पचाने में मदद करता है। इसलिए यकृत से संबंधित रोगों का असर पूरे शरीर पर पड़ता है। ऐसे में यकृत के रोगों के उपचार की सबसे अच्छी औषधि दिव्य सर्वकल्प क्वाथ है, जिसके बारे में हम आपको बताना चाहते है। जी हां दिव्य सर्वकल्प क्वाथ के बारे में जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे, क्योंकि ये औषधि सच में बहुत अच्छी है। बहरहाल यह दवाई पूरी तरह से आयुर्वेदिक है और जड़ी बूटियों को मिला कर बनाई गई है। तो चलिए अब आपको दिव्य सर्वकल्प कवाथ के बारे में आपको विस्तार से जानकर देते है
दिव्य सर्वकल्प कवाथ के फायदे
दिव्य सर्वक्ल्प क्वाथ के घटक :
दिव्य सर्वक्ल्प क्वाथ निम्नलिखित घटको का मिश्रण हैं :
- पुनर्नवा
- भूमि आंवला
- मकोय
दिव्य सर्वकल्प के बारे में कुछ खास बातें :
बता दे कि यह यकृत से गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है और इससे संबंधित सभी रोगों को दूर करने में सहायता करता है। गौरतलब है कि दिव्य सर्वकल्प क्वाथ कई चीजों से मिल कर बना है। जैसे कि पनवाड़, दारूहल्दी, करंज, आमला, हरितकी, विभितकी, गुडूची, कुटकी, बाबची, चंदन, हल्दी, खैर, नीम, मजिष्ठा, चिरायता, द्रोणपुष्पी, कृष्णा जीरा, छोटी कटेली, इंद्रायण मूल, देवदारू, उश्रवा आदि के मिश्रण से बनी है। तो चलिए अब आपको इस औषधि के लाभ के बारे में भी बताते है, क्योंकि इस औषधि के कई सारे लाभ है।
दिव्य सर्वकल्प कवाथ के है कई लाभ :
पीलिया में लाभकारी : बता दे कि इस औषधि में मौजूद जड़ी बूटियां इस रोग की रोकथाम करने में मदद करती है और इससे पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है।
पाचन संबंधित रोगों से छुटकारा दिलाने में सहायक : बता दे कि यह औषधि पाचन संबंधित रोगों से छुटकारा दिलाने और इनकी रोकथाम करने में भी सहायक है।
सिरोसिस जैसे रोगों से बचाव : गौरतलब है कि जो लोग शराब का अधिक सेवन करते है उन्हें यह रोग होता है। ऐसे में इस रोग की रोकथाम के लिए यह औषधि काफी लाभकारी है। इसके साथ ही इससे कुष्ट रोग, त्वचा संबंधी रोग और मूत्र संबंधी रोग भी दूर होते है।
ऐसे करे इस औषधि का इस्तेमाल :
अब अगर हम इस औषधि के बारे में बात करे तो चार सौ मिलीलीटर पानी में पांच ग्राम दिव्य सर्वकल्प क्वाथ पाउडर डाल कर पकाएं और तब तक पकाते रहे जब तक यह मिश्रण सौ मिलीलीटर न रह जाएं। फिर इस मिश्रण को अच्छी तरह से छान ले और इसे पीएं। बहरहाल इसका सेवन दिन में दो बार सुबह उठ कर खाली पेट और रात के खाने से एक घंटा पहले करना चाहिए।
बता दे कि काढ़ा बनाने से पहले अगर मिश्रण को कुछ देर भिगो कर रखेंगे तो ज्यादा बेहतर होगा। वही अगर हम इसके बुरे प्रभावों की बात करे तो यह पूरी तरह से हर्बल है और इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं हैं, यानि इसके सेवन से शरीर को कोई नुक्सान नहीं होता। हालांकि इसका इस्तेमाल बताए गए निर्देशों के अनुसार ही करना चाहिए और कोई समस्या हो तो डॉक्टर की राय जरूर ले।
यहां गौर करने वाली बात ये है कि स्तनपान करवाने वाली माताएं जिन्हें लिवर की समस्या है, वह भी इस औषधि का सेवन कर सकती है। दोस्तों दिव्य सर्वकल्प क्वाथ के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी, इस बारे में हमें अपनी राय जरूर दीजियेगा।