घर में प्रयोग कर रहे इन चीजों का उपयोग है जहर के समान, एक बार जरुर जान ले
हम हमारी रोजमर्रा की लाइफ में बहुत सारी चीजें प्रयोग में लाते हैं जो हमारे लिए आवश्यक है लेकिन क्या आपको पता है कि जो चीजें हम प्रयोग करते हैं वह चीजें किस तरह हमारे लिए नुकसानदायक है। हमारे शरीर पर किस तरह का बुरा असर डालती है। क्योंकि आजकल हर चीज में केमिकल होता है जो हमारी बॉडी के लिए खतरनाक साबित होता है। यह व्यापक सूची नहीं है। ये दुष्प्रभाव संभव हैं, लेकिन हमेशा नहीं होते हैं। कुछ दुष्प्रभाव दुर्लभ, लेकिन गंभीर हो सकते हैं। यदि आपको निम्नलिखित में से किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, और यदि ये समाप्त नहीं होते हैं तो अपने चिकित्सक से परामर्श लें। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजें बताते हैं जो हमारे लिए नुकसानदायक है और हम किस प्रकार से अपना बचाव कर सकते है।
नेप्थलीन बॉल्स :
जैसा कि आपको पता है कपड़ों को कीड़ों से बचाने के लिए और उनकी स्मेल दूर करने के लिए हम नेप्थलीन बॉल्स यानि कपूर की गोलियां रख देते है। ताकि यह लंबे समय तक सही रहे। लेकिन अगर लंबे समय तक नेप्थलीन बॉल्स कपड़ों में रहती है और फिर यह कपड़े हमारे संपर्क में आते हैं तो हमें आंखों की बीमारी, फेफड़े और गले की समस्या कर सकती है। इसलिए कपड़ों की सुरक्षा के लिए लौंग और कपूर को पतले कपड़े में लपेटकर उसकी पोटली बनाकर कपड़ों के बीच में रखें ताकि हमारे स्वास्थ्य पर असर ना पड़े।
एसिड :
आज भी कई लोग एसिड से टॉयलेट साफ करते है. लेकिन क्या आपको पता है कि एसिड के छींटे पड़ने से हमारी स्किन और आंखें जल सकती है। इसे निकलने वाला धुआं भी हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। अगर कोई दमा का मरीज एसिड का प्रयोग करता है तो उसकी हालत खराब हो सकती है इसलिए बेहतर होगा कि लाइट केमिकल या किसी हर्बल टॉयलेट क्लीनर का प्रयोग करे ताकि आपको कोई हानि ना पहुंचे।
मर्करी थर्मोमीटर :
थर्मामीटर का प्रयोग हम अकसर बुखार को मापने के लिए करते है. लेकिन कई बार गलती से थर्मामीटर का कांच टूट जाता है और उसका पारा वाष्प में बदल कर सांस द्वारा शरीर में चला जाता है। जो हमारे नर्वस सिस्टम को बहुत नुकसान करते है, इसलिए हमेशा डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करे ताकि आपको बुखार में आसानी हो और अगर आप कोई मेडिकल प्रोफेशनल नहीं है इसका प्रयोग करने में भी आसानी होगी।
डिटर्जेंट :
हम घरों में डिटर्जेंट का प्रयोग हमारे कपड़ों को धोने के लिए करते है। लेकिन उस में प्रयोग होने वाला रसायन हमारे लिए काफी खतरनाक साबित होता है। जो हमारे हाथों और पैरों की स्कीन को तो नुकसान पहुंचाता है। कई बार इन केमिकल की वजह से हमें उल्टी, जी मिचलाना और सांस लेने में दिक्कत के साथ साथ आंखों में जलन जैसी शिकायत हो सकती है, इसलिए किसी अच्छी गुणवत्ता का प्रयोग करें और इस को बच्चों की पहुँच से दूर रखें ताकि बच्चे इसको निगल ना पाएं। इसके उपयोग के बाद पानी से अपने हाथ और पैर जरूर धो लें और अपनी आंखों को साफ करना न भूले।
केमिकल फ्री शैंपू :
बाजार में आपको बहुत सारे केमिकल युक्त शैंपू मिलते है। जिनका प्रयोग करने से आपके बाल खुस्क और सफेद हो सकते है। इसलिए बालों को धोने के लिए हमेशा किसी हर्बल शैंपू का इस्तेमाल करें और यह जरुर चेक कर ले शैंपू में ज्यादा केमिकल तो नही है। हमेशा आयुर्वेदिक फार्मूला वाला ही शैंपू का उपयोग करे। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि शैंपू, सेविंग क्रीम या कॉस्मेटिक में केमिकल होता है जो इसमें बैक्टीरिया पनपने से रोकता है। लेकिन यह हमारे बॉडी के लिए नुकसानदायक होता है। इसके प्रयोग के दौरान ये हमारी बॉडी में चले जाते हैं जो हमें नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए कॉस्मेटिक का कम से कम प्रयोग प्रयोग करे।