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Election Result : जाने कैसे होती है मतगणना की पूरी प्रक्रिया, कौन करता है रिजल्ट तैयार

Election Result : देशभर में चुनाव के रिजल्ट का माहौल है जैसा कि आप सभी जानते हैं कि रिजल्ट का नतीजा आज यानी 23 मई को आना है। 6 राष्ट्रीय पार्टी और 47 राज्य मान्यता प्राप्त पार्टियों समेत भारत में कुल 1640 राजनीतिक पार्टियां है। आपको पता होगा कि भारत में लोकसभा की कुल 547 सीटें हैं और जिनका चुनाव जनता द्वारा किया जाता है। आपको यह भी पता होगा कि किसी भी पार्टी को केंद्र में सरकार बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा सीटों की जरूरत पड़ती है। यानी जो पार्टी आधी से ज्यादा सीटें जीतेगी और जिस का आंकड़ा आधे को पार कर जाएगा वह पार्टी केंद्र में आसानी से सरकार बनाने योग्य हो जाएगी। आज सभी के मन में यह सवाल होगा कि किसकी सरकार बनेगी तो चलिए आज हम आपको मतगणना के रिजल्ट के बारे में पूरे विस्तार से बताएंगे।

Election Result

Voting

मतगणना की प्रक्रिया : 23 मई यानी आज के दिन सुबह 8 बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मतगणना की गिनती में सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती शुरु होती है। जिसे हम डाक मतदान भी बोलते हैं। डाक मतदान उन मतदाताओं द्वारा किया जाता है जो किसी कारण से वोट डालने के लिए प्रत्यक्ष रूप में उपस्थित नहीं हो सकते। चुनाव आयोग ऐसे मतदाताओं के लिए डाक मतदान के माध्यम से वोट डालने की सुविधा प्रदान करता है। जो की एक अनूठी पहल है। इस पूरी प्रक्रिया के बाद ईवीएम से वोटों की गिनती शुरू कर दी जाती है. सबसे पहले ईवीएम मशीन को बहुत ही सिक्योरिटी के बीच स्ट्रांग रूम में ले जाया जाता है और उसको एक टेबल पर रख दिया जाता है। आपको बता दें कि एक बार में 14 से ज्यादा ईवीएम मशीन को स्ट्रांग रूम में नहीं ले जाया जाता। क्योंकि एक बार में 14 से ज्यादा ईवीएम मशीनों की गिनती नहीं हो सकती।

ई वी ऍम सील की जांच :

EVM Machine
ईवीएम में वोटों की गिनती शुरू करने से पहले उसकी सील को अधिकारी एक बार जांच करते है। ताकि वे यह कंफर्म कर सके कि ईवीएम मशीन के साथ कुछ छेड़खानी नहीं तो नहीं की गई है।उसके बाद काउंटिंग सुपरवाइजर काउंटिंग एजेंट को ईवीएम मशीन के उस बटन के बारे में अच्छी तरह जानकारी देता है जिसको दबाने पर उसे हर कैंडिडेट के वोटों की संख्या अलग अलग दिख जाती है। चुनाव अधिकारी द्वारा जब इस बटन को दबाया जाता है तो उसमें सभी उम्मीदवार के वोटों की संख्या अलग-अलग आ जाती है। उसके बाद उसकी पूरी रिपोर्ट रिटर्निंग ऑफिसर को भेज दी जाती है। काउंटिंग से संबंधित सभी जानकारी चीफ इलेक्टरल ऑफीसर को भी दी जाती है
उसके बाद यह सारी जानकारी को चुनाव के सर्वर में फीड कर देते है। Election Result

VVPAT (वोटर वेरिफियेबल पेपरऑडिट ट्रायल) :

VVPAT Machine
इस्लाम में पहली बार इस प्रक्रिया का इस्तेमाल हुआ है ईवीएम की गिनती जैसे खत्म होती है। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार वीवीपैट रिजल्ट को उसे मिलान करके देखा जाता है। उसमें इस चीज की जांच की जाती है कि जो आंकड़े प्रदान किए गए हैं वह सही है या नहीं। आपको बता दें कि विधानसभा क्षेत्र से पांच मशीनों का भी VVPAT से मिलान किया जाता है और मशीनों को बिना किसी से पूछे किसी भी मशीन को जांच लिया जाता है ताकि Election Result केआंकड़ों में कोई गलती न रह जाए।

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