इन 5 कारणों से IPL 2019 के पहले ही मैच में धोनी ने विराट कोहली को करवाया हार का सामना
जैसा कि हम सभी जानते ही हैं कि साल 2019 के नए आईपीएल सीजन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में हर भारतीय टीवी के आगे टिक कर बैठ चुका है वहीँ क्रिकेट की सभी टीम्स भी पूरी तरह से जीत की तैयारी में जुट गई हैं। इस बार के सीजन में पहला मैच चेन्नई सुपर किंग्स और बैंगलोर के बीच रखा गया था। इस मैच के पहले आधे घंटे में ही मैच वन-साइडेड बन चुका था। बता दें कि इस मैच में बैंगलोर टीम ने केवल 70 रन बनाए और सभी खिलाड़ी आउट हो गए। हालाँकि चेन्नई सुपर किंग्स की शुरूआती बल्लेबाजी काफी कमजोर रही लेकिन आखिरकार उन्होंने बैंगलोर को 18वें ओवर में पीछे कर दिया। इस मैच में धोनी का पलड़ा भारी होने के निम्नलिखित कारण माने जा रहे हैं।
क्रिकेट का मैदान :
बता दें कि आईपीएल के 2019 के पहले मैच में महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई किंग्स की तरफ से खेल रहे थे। ऐसे में चेन्नई में रह कर चेन्नई को हरा पाना बैंगलोर के लिए आसान काम नही था। जानकारी के अनुसार पिछले 21 मैचों में चेन्नई ने 14 और रॉयल चैलेंजर्स ने 7 मैच जीते थे, लेकिन बीती रात की जीत के बाद अब चेन्नई किंग्स की जीत का आंकड़ा 15 मैचों तक पहुँच गया है।
हरभजन सिंह की गेंदबाजी :
चेन्नई और बैंगलोर के बीच हुए इस मैच में जीत का श्रेय हरभजन सिंह की गेंदबाजी को भी दिया जा रहा है। उन्होंने विराट कोहली का विकेट ले कर टीम को जिताने में अति महत्वपूर्ण योगदान दिया। बता दें कि केवल छह रन बना कर ही विराट कोहली को पवेलियन लौटना पड़ा। इसके बाद हरभजन सिंह ने मोईन अली और डिविलियर्स को आउट करके तीन विकेट अपने खाते में डाल ली। हरभजन सिंह के बाद बाकी बची कसार इमरान ताहिर ने निकाली और बैंगलोर टीम को पछाड़ दिया।
विराट की टीम की ढीली फील्डिंग :
बैंगलोर टीम का पहला मैच जीतना लगभग असंभव ही था। इतने कम रन बना कर पूरी टीम का आउट होना ही सबको यकीन दिलवा चुका था कि वह आईपीएल के 2019 का पहला मैच हार चुके हैं। लेकिन इसके बाद उन्होंने फील्डिंग में भी कुछ खास दम नही दिखाया। हालाँकि काफी लोगों का मानना था कि बैंगलोर आल आउट होने के बाद भी जीत सकती है लेकिन उनकी ढीली फील्डिंग के चलते वह चेन्नई टीम की स्कोर बनने से अधिक समय तक नही रोक सके दरअसल, आल आउट होने के बाद जब बैंगलोर फील्डिंग करने के लिए मैदान में उतरा तो शुरुआत में उन्होंने विरोधी टीम पर अच्छा ख़ासा दबाव बना लिया था, लेकिन बाद में उनकी लगातार ढीली फील्डिंग ने उन्हें यह मैच हरवा दिया।