रामायण में हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह की शादी जबरदस्ती करवाई थी घरवालों ने, इस तरह बने थे पहलवान से अभिनेता
इसमें कोई शक नहीं कि जब भी पहलवानी की बात की जाती है, तब दारा सिंह का नाम जरूर लिया जाता है। जी हां दारा सिंह जिन्होंने न केवल फिल्मों में बल्कि राजनीती के क्षेत्र में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है। बता दे कि दारा सिंह का जन्म दिन उन्नीस नवंबर को मनाया जाता था और उनका पूरा नाम दारा सिंह रंधावा था। हालांकि अब दारा सिंह जी इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन फिर भी हम आपको उनसे जुडी कुछ खास बातें बताना चाहते है। जैसे कि दारा सिंह की शादी उनकी मर्जी के खिलाफ करवाई गई थी और किस तरह से वह बॉलीवुड की दुनिया में आएं थे, इन सब बातों से हम आपको रूबरू करवाना चाहते है।
दारा सिंह की जीवनी
दारा सिंह के जीवन से जुडी कुछ खास बातें :
गौरतलब है कि अपने जीवन काल में दारा सिंह जी ने पांच सौ से भी ज्यादा मुकाबलों में हिस्सा लिया था और किसी भी मुकाबले में वे हारे नहीं थे। यहाँ तक कि उनकी शानदार पारी को देखते हुए उन्हें रुस्तम ए हिन्द का ख़िताब दिया गया था। अब अगर हम उनकी निजी लाइफ की बात करे तो पहलवान बनने से पहले दारा सिंह जी खेतों में काम किया करते थे और ऐसे में घर वालों ने कम उम्र में ही जबरदस्ती उनकी शादी करवा दी। बता दे कि दारा सिंह जी की पत्नी का नाम बचनो कौर था। आपको जान कर हैरानी होगी कि तब दारा सिंह जी की उम्र महज चौदह साल थी और बचनो कौर उनसे काफी बड़ी थी।
महज 17 साल की उम्र में बन गए थे पिता :
बहरहाल कम उम्र में शादी होने के कारण दारा सिंह महज सत्तरह साल की उम्र में ही पिता भी बन गए थे। हालांकि दारा सिंह की हाइट छह फ़ीट दो इंच थी और उनका वजन एक सौ बत्तीस किलो था। ऐसे में काफी कम उम्र में ही उन्हें कुश्ती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया और फिर वह गांव के समारोह में होने वाली कुश्ती में हिस्सा लिया करते थे। इसके इलावा फाइट में हिस्सा लेने के लिए दारा सिंह जी ने एशियाई देशों का दौरा भी किया था और साल 1947 में वह सिंगापुर भी गए थे। वहां उन्होंने न केवल तरलोक सिंह को हराया बल्कि मलेशिया के चैंपियन का ताज भी जीता था। जी हां महज छब्बीस साल की उम्र में दारा सिंह नेशनल रेसलिंग चैंपियन बन गए थे।
रामायण में हनुमान जी के किरदार से मिली थी प्रसिद्धि :
बता दे कि दारा सिंह जी ने हिंदी के साथ साथ कई पंजाबी फिल्मों में भी काम किया था, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा प्रसिद्धि हनुमान जी के किरदार से हासिल हुई थी। हालांकि शुरुआत में वह स्टंट मेकर के रूप में काम करते थे, लेकिन फिर धीरे धीरे उन्होंने फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया। जी हां उनकी पहली फिल्म संगदिल थी, जो करीब 1952 में रिलीज हुई थी। इसके इलावा भी दारा सिंह जी ने रुस्तम ए बगदाद, शेर दिल और सिकंदर ए आजम जैसी कई हिंदी फिल्मों में काम किया था। बहरहाल दारा सिंह जी पहले ऐसे खिलाडी थे, जिन्हें राज्यसभा में निर्वाचित किया गया था। जी हां साल 2003 से लेकर साल 2009 तक भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया था। तो इस तरह से दारा सिंह की शादी और अभिनय का सफर शुरू हुआ था।