बता दे कि टाटा और अम्बानी ये दो ऐसे औद्योगिक घराने है, जिनकी बादशाहत के बारे में पूरी दुनिया बखूबी जानती है। हालांकि इससे पहले जहाँ एक तरफ मुकेश अम्बानी की आरआईएल कंपनी का मार्केट कैप कभी टाटा ग्रुप से ज्यादा हो जाता था, तो कभी टाटा ग्रुप से पिछड़ जाता था। यहाँ तक कि बीते साल तो जुलाई में रिलायंस ग्रुप ने टाटा ग्रुप को बुरी तरह से पीछे धकेल दिया था, लेकिन अगर हम वर्तमान समय की बात करे तो महज छह महीने में ही टाटा ग्रुप ने अपनी बादशाहत फिर से हासिल कर ली। जी हां टाटा ग्रुप भारत का सबसे अमीर कारोबारी ग्रुप बन चुका है और इसने अम्बानी कंपनी को भी पीछे छोड़ दिया है।
अम्बानी कंपनी को पीछे छोड़ा टाटा ग्रुप ने :
गौरतलब है कि अपने प्रोडक्ट को लेकर लोगों के बीच भरोसा कायम करते हुए और नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक हर चीज बनाने वाले टाटा ग्रुप जिसकी मुख्य कंपनी टीसीएस ने ऐसा शानदार प्रदर्शन दिखाया कि टाटा ग्रुप ने अम्बानी को भी पीछे छोड़ दिया। वैसे आपको जान कर हैरानी होगी कि टाटा ग्रुप के बाद इस क्षेत्र में दूसरा स्थान एचडीएफसी ग्रुप ने हासिल किया है। वही अगर सभी कंपनियों के मार्केट कैप की बात करे तो टाटा ग्रुप की जितनी भी कम्पनियाँ है उनका मार्केट कैप सतरह लाख करोड़ रूपये तक पहुँच गया है। इसके इलावा दूसरे स्थान पर मौजूद एचडीएफसी ग्रुप दो लाख करोड़ रूपये तक पहुँच चुका है और इसका मार्केट कैप करीब साढ़े पंद्रह लाख करोड़ रूपये तक पहुँच गया है।
तीसरे स्थान पर है अम्बानी :
अब इसमें तो कोई शक नहीं कि बीते एक साल में टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और ऐसे में इसकी मार्केट कैप को करीब बयालीस प्रतिशत का मुनाफा हुआ है। हालांकि यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि टाटा ग्रुप का मार्केट कैप महज एक महीने में तेरह प्रतिशत तक बढ़ा है और इस लिहाज से एक महीने में टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 1.9 लाख करोड़ रूपये हुआ है। बहरहाल अगर पिछले साल जुलाई महीने की छमाही रिपोर्ट को देखे तो टाटा ग्रुप की सतरह लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 11.32 लाख करोड़ रूपये था। जब कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप तेरह लाख करोड़ रुपए के पार हो गया था। तब रिलायंस ग्रुप भारत का नंबर वन ग्रुप था, लेकिन अब टाटा ग्रुप आगे निकल चुका है।
एक महीने में टाटा ग्रुप ने की इतनी वृद्धि :
बता दे कि टीसीएस के मजबूत शेयरों के चलते टाटा ग्रुप में ये बड़ा उछाल देखने को मिला है। यहाँ तक कि कंपनी ने कोरोना के दौरान भी कई बड़े सौदे किये है और दूसरी तरफ स्टील के दामों में बड़ी उछाल आने से टाटा ग्रुप को काफी फायदा हुआ है। इसके इलावा टाटा मोटर्स के शेयर में भी जुलाई के बाद सौ प्रतिशत का उछाल आया है और दूसरी तरफ फेसबुक और गूगल जैसी ग्लोबल कंपनियों ने रिलायंस में निवेश करके रिलायंस जियो को बड़ी उछाल दी है। हालांकि इसका फायदा तो रिलायंस को जरूर हुआ, लेकिन अरामको डील विवाद ने निवेशकों का मूड खराब कर दिया और इसका असर रिलायंस ग्रुप के शेयर पर पड़ा, जो सितम्बर में करीब बाइस प्रतिशत तक नीचे आ गए। फिलहाल तो टाटा ग्रुप भारत का सबसे अमीर कारोबारी ग्रुप बन चुका है।