पुराने जमाने में अंदरूनी पावर बरकरार रखने के लिए राजा महाराजा खाते थे ये शक्तिशाली चीजें
ये तो सब को मालूम ही है कि पहले के समय में जो राजा महाराजा होते थे, उनकी एक नहीं बल्कि कई बीवियां होती थी। इसके साथ ही वे अपने राज्यों और प्रजा को संभालने का काम भी करते थे। ऐसे में पुराने जमाने में राजा महाराजा को काफी शक्ति और ऊर्जा की जरूरत पड़ती थी। मगर क्या आप जानते है कि पहले के समय में राजा महाराजा इतनी शक्ति कहाँ से लाते थे। बहरहाल अगर आप नहीं जानते तो आज हम आपको बताएंगे कि आखिर पहले के समय में राजा महाराजा अपना स्टेमिना बढ़ाने के लिए किन किन आयुर्वेदिक चीजों का इस्तेमाल करते थे।
पुराने समय में राजवैध करते थे इन औषधियों का प्रयोग :
सबसे पहले तो हम आपको ये बताना चाहते है कि पहले के समय में हर राज्य में राजवैध हुआ करते थे, जो राजाओं के लिए जड़ी बूटियों, रसायन और धातुओं की मदद से कई तरह के नुस्खे बनाते थे। दरअसल इन दवाओं में कुछ ऐसी चीजें मौजूद होती थी, जिससे राजा महाराजा लम्बे समय तक जवान रहते थे और उनकी ताकत भी बरकरार रहती थी। तो ऐसे में आज हम भी आपको कुछ खास आयुर्वेदिक औषधियों से रूबरू करवाना चाहते है, जिनका इस्तेमाल करके आप भी लम्बे समय तक जवान रह सकते है और खुद की शारीरिक क्षमता को बढ़ा सकते है।
शिलाजीत : हम शिलाजीत की बात करे तो इसे चावल के दाने जितना छोटा करके शहद के साथ लीजिये। इससे न केवल आपके शरीर में ताकत आएगी बल्कि आपकी शारीरिक ऊर्जा भी बढ़ जाएगी। यहाँ तक कि इससे आप अधिक समय तक जवान रह पाएंगे।
अश्वगंधा : बता दे कि अश्वगंधा का आधा चम्मच हर रोज रात को गर्म दूध में डाल कर पीना काफी फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से न केवल शारीरिक थकावट दूर हो जाती है, बल्कि रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है।
शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने के लिए इन चीजों का करे सेवन :
सफेद मूसली : गौरतलब है कि सफेद मूसली का पाउडर बना कर उसे हर रोज सुबह और शाम मिश्री या दूध के साथ लीजिये। इसका सेवन करने से शारीरिक ऊर्जा बनी रहती है और स्वास्थ्य भी तंदरुस्त रहता है।
केसर : बता दे कि चुटकी भर केसर को गर्म दूध में डाल कर पीना स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसका सेवन करने से नसों में खून का सही तरीके प्रवाह होने लगता है। इसलिए हर रोज रात को केसर वाले दूध का सेवन जरूर करे।
शतावर : यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि अगर आपको धूम्रपान करने या शराब पीने की आदत है, तो आपको इसका सेवन जरूर करना चाहिए। जी हां एक चम्मच मिश्री और गाय के घी के साथ आधा चम्मच शतावर के पाउडर का सेवन दूध के साथ करना चाहिए। इससे आपको कई तरह के शारीरिक लाभ मिलेंगे।
बहरहाल अब तो आपको चल गया होगा कि आखिर किस तरह से पुराने जमाने में राजा महाराजा अपनी शारीरिक ऊर्जा को कायम रखते थे और इतने लम्बे समय तक जवाब दिखते थे।