ये तो कोई नहीं जानता कि कोरोना वायरस कैसे और कब खत्म होगा। मगर इतना जरूर तय है कि कोरोना वायरस का अंत होने के बाद दुनिया में कई सारे बदलाव देखने को जरूर मिलेंगे। अब जाहिर सी बात है कि कोरोना वायरस का असर सिर्फ एक व्यक्ति या एक शहर पर नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ा है। तो ऐसे में कोरोना वायरस से छुटकारा पाने के बाद इस दुनिया में परिवर्तन का आना तो लाजिमी है। बहरहाल पूरी दुनिया में फैली इस महामारी का अंत होने के बाद क्या क्या परिवर्तन देखने को मिलेंगे, हम आपको इससे रूबरू करवाना चाहते है।
कोरोना वायरस खत्म होने के बाद हो सकते है ये परिवर्तन :
सबसे पहले अगर हम डिजिटल सर्विस की बात करे तो सोशल मीडिया पर आने वाले ट्रैफिक में काफी इजाफा होगा। इसके साथ ही इस समय चल रही खराब अर्थव्यवस्था के कारण विज्ञापन पर खर्च भी कम होगा। वही अगर हम ई कॉमर्स के मुनाफे की बात करे तो कम लोगों से सम्पर्क होने के कारण ई कॉमर्स साइट्स, फ़ूड डिलीवरी सर्विस और लॉजिस्टिक कंपनियों को भी मुनाफा होगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से छुटकारा मिलने के बाद जॉब ऑटोमेशन और रिमोट वर्किंग के दौर में भी काफी परिवर्तन देखने को मिलेगा। ऐसे में कई काम खुद ही संचालित होंगे और श्रम बल की भागीदारी भी कम हो जाएगी। बता दे कि रिमोट डोमेस्टिक से रिमोट ओवरसीज के दौर में दूर से किए जा सकने वाले कामों में विकासशील देशों में मौजूद कर्मचारियों की मदद ली जाएगी।
अगर हम मेडिकल क्षेत्र की बात करे तो घर बैठे ही टेस्ट और इलाज किए जायेंगे। इसके साथ ही शारीरिक गतिविधियों पर निगरानी रखने वाले उपकरणों की मांग भी बढ़ेगी। यहाँ तक कि टेली मेडिसिन, रिसर्च, बायोटेक और हेल्थ केयर में भी फंडिंग होगी। इसके इलावा बिना क्लिनिक जाएँ घर बैठे ही डॉक्टर्स से सलाह ली जा सकेगी।
सरकार द्वारा उठाएं जा सकते है ये सख्त कदम :
यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि लॉक डाउन खत्म होने के बाद लोग ज्यादातर उन्ही जगहों पर जाना पसंद करेंगे, जहाँ मेडिकल सुविधाएँ बेहतरीन होंगी। वही अमीर मुल्कों में श्रम की कमी को पूरा करने के लिए कुशल कर्मचारियों की मांग भी बढ़ जाएगी।
बता दे कि सरकार द्वारा भविष्य में आपातकालीन शक्तियों को अपनाया जाएगा। ऐसे में जब खतरा नहीं होगा, तब हालात पूर्ववर्ती हो जायेंगे। यहाँ तक कि अब घुसपैठ को लेकर ज्यादा सख्त निगरानी रखी जाएगी और राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय चेकपोस्ट पर बायोमेट्रिक स्क्रीनिंग भी लागू की जाएगी। वही दूसरी तरफ खास मुल्कों से आने वाले यात्रियों को क़्वारन्टाइन भी किया जा सकता है।
बहरहाल भविष्य में कोरोना वायरस जैसे खतरे से बचने के लिए सरकार को दूर की सोच रखते हुए एजेंसियों की स्थापना भी करनी पड़ेगी। इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन से सामना करने के लिए एकजुट होना भी जरूरी है। जी हां सरकार को स्थिरता के साथ साथ निवेश को भी प्रोत्साहन देना पडेगा।
यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो कोरोना वायरस का अंत होने के बाद ये सभी परिवर्तन दुनिया में देखने को मिल सकते है।