
जिस दिन अमिताभ बच्चन को कोरोना वायरस हुआ, उस दिन हर न्यूज चैनल पर सिर्फ यही खबर दिखाई जा रही थी। अब जाहिर सी बात है कि मिस्टर बच्चन बॉलीवुड के महानायक है, तो उनके बारे में चर्चा करना तो लाजिमी है। यहाँ तक कि जब लोगों को पता चला कि अमित जी और उनके परिवार को कोरोना हुआ है, तब लोगों ने उनके लिए पूजा पाठ करना भी शुरू कर दिया। मगर इस दौरान अमिताभ रेखा का नाम जोड़ कर जिन लोगों ने अपनी दोहरी मानसिकता का परिचय दिया, ऐसे लोग असल में खुद बीमार है। हालांकि यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि जब कोरोना वायरस अमिताभ और उनके परिवार को हुआ था तो रेखा जी को बीच में क्यों लाया गया।
अमिताभ रेखा के अतीत को लेकर लोगों ने किए कमेंट :
बता दे कि जिस दिन बच्चन जी सक्रंमित हुए थे, उसके अगले ही दिन ये खबर आ गई कि रेखा के ड्राइवर को भी कोरोना वायरस हुआ है और बस इस खबर के सामने आने के बाद लोगों को भी बातें बनाने का मौका मिल गया। अब ये तो सब को मालूम है कि रेखा और अमित जी का एक अतीत था, लेकिन ऐसे मुश्किल समय में भी उनके अतीत को वर्तमान की इस घटना से जोड़ कर बेकार के कमेंट्स करना कहा की इंसानियत है।
कोरोना वायरस जैसी बीमारी का भी बना दिया मजाक :
यहाँ दिक्क्त ये नहीं है कि अमित जी और रेखा के ड्राइवर को कोरोना होने की खबर को इतने जोरों शोरो से दिखाया गया, लेकिन यहाँ दिक्क्त ये है कि लोग इस बीमारी को लेकर भी इन दोनों सेलिब्रिटी पर ताने कस रहे है। जैसे कि एक शख्स लिखता है कि इसी को मोहब्बत कहते है प्यारेलाल जी, कि कोरोना सिकंदर को हुआ और बंगला जोहराबाई का सील कर दिया जाएँ। इसके इलावा दूसरे शख्स का कहना है कि मोहब्बत की मिसाल देगा सदियों तक जमाना, कोरोना अमिताभ को हुआ और बंगला रेखा का सील हो जाना।
मानसिक रूप से खुद बीमार है ऐसे लोग :
अब भला ऐसे लोगों को कोई क्या जवाब दे, जो कोरोना वायरस जैसी बीमारी को लेकर भी मजाक बना रहे है और मोहब्बत को बदनाम कर रहे है। गौरतलब है कि बच्चन परिवार में जया बच्चन को छोड़ कर बाकी सब कोरोना संक्रमित है और लोगों को ये बात नहीं भूलनी चाहिए कि इस परिवार में एक बच्ची भी शामिल है जो इस बीमारी से जूझ रही है। यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो अमिताभ रेखा का नाम जोड़ कर जिन लोगों ने बेकार की मानसिकता दुनिया के सामने पेश की है, सबसे पहले ऐसे लोगों का इलाज करवाना बेहद जरूरी है।